सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
कुमाउंनी साहित्य में इस वर्ष का ”शेर सिंह बिष्ट ‘अनपढ़’ कुमाउनी कविता पुरस्कार” डॉ. कीर्तिबल्लभ शक्टा को दिया जाएगा। चयन समिति ने कुमाउंनी कवि डॉ. कीर्तिबल्लभ शक्टा (चंपावत) का नाम इस पुरस्कार के लिए घोषित किया है।
यह जानकारी समिति सचिव व ‘पहरू’. संपादक डॉ. हयात सिंह रावत ने दी। उन्होंने बताया कि यह सम्मान डॉ. कीर्तिबल्लभ शक्टा को कुमाउनी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति प्रचार समिति कसारदेवी, अल्मोड़ा व मासिक पत्रिका ‘पहरू’ द्वारा आगामी 25, 26, 27 दिसम्बर 2021 को बागेश्वर में आयोजित होने वाले तीन दिनी 13वां ‘राष्ट्रीय कुमाउंनी भाषा सम्मेलन’ में दिया जाएगा। पुरस्कार के रूप में उन्हें पांच हजार एक सौ रूपये की नकद धनराशि, अंगवस्त्र व प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जायेगा।
डॉ. कीर्तिबल्लभ शक्टा कुमाउनी भाषा के सक्रिय लेखक हैं। 02 जून 1954 को चंपावत जिले के खर्ककार्की गाँव में जन्मे डॉ. कीर्तिबल्लभ शक्टा कुमाउनी में गद्य व पद्य में लेखन करते हैं। सेवी निवृत्त संस्कृत शिक्षक डॉ. शक्टा की कुमाउनी में ‘राष्ट्र सिपै पहरू’ नाटक की किताब और कुमाऊं के प्रसिद्ध न्यायकारी देवता गोलज्यू पर ‘न्यायमूर्ति गोरल’ (2016 ई. ) नामक कुमाउनी महाकाव्य प्रकाशित हुई हैं।