सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
जल जीवन मिशन योजना की धीमी प्रगति को लेकर जिलाधिकारी विनीत कुमार खफा हैं। उन्होंने नाराजगी जताते हुए सख्त लहजे में अफसरों को चेताया है कि एक सप्ताह के अंदर कार्यों में प्रगति नहीं लाई गई, तो अनुशासनात्मक कार्रवाई तय है। उन्होंने के बैठक लेकर कार्यों की प्रगति की समीक्षा की।
उन्होंने संबंधित अधिकारियों से सरकार की महत्वाकांक्षी योजना को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हीलाहवाली करने वाले विभागों के विरुद्ध अनुशासनत्मक कार्रवाई होगी। डीएम ने कहा कि योजना का लाभ जिले के प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचाना विभागों की जिम्मेदारी है। शिथिलता और लापरवाही कतई स्वीकार नहीं की जाएगी। उन्होंने एक सप्ताह के भीतर कार्यों में प्रगति लाने के निर्देश दिए। चेताया कि इस बार अनुशासनात्मक कार्रवाई तय है। शामा, बैड़ामझेड़ा, ग्वाड़, लेटी योजनाओं की डीपीआर बीस दिसंबतर तक प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। निर्माण एजेंसियां डीपीआर, टेंडर और भुगतान की कार्रवाई भी की जानी है।
फेस वन और टू की योजनाओं का सफल संचालन के लिए प्रस्तावों को अनुमोदित बजट के सापेक्ष स्वीकृति, व्यय आदि धनराशि का फेसवार विवरण उपलब्ध कराएंगे। बैठक में जिला विकास अधिकारी केएन तिवारी, अपर परियोजना निदेशक शिल्पी पंत, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सुनीता टम्टा, अधिशासी अभियंता पेयजल निगम विजय कुमार रवि, सिंचाई एके जान, जल संस्थान डीएस देवड़ी, मुख्य कृषि अधिकारी एसएस वर्मा, प्रभारी जिला पंचायत राज अधिकारी निर्भय नारायण सिंह, डा. हरीश पोखरिया आदि मौजूद थे।