हल्द्वानी : कोरोना के साये में न थम जाए विकास कार्य – हृयांकी

हल्द्वानी। कोरोना के साये में अपने को सुरक्षित रखते हुए विकास कार्यो को धरातल पर उतारना जरूरी है। क्योंकि विकास आम जनमानस की आवश्यकता होती…

हल्द्वानी। कोरोना के साये में अपने को सुरक्षित रखते हुए विकास कार्यो को धरातल पर उतारना जरूरी है। क्योंकि विकास आम जनमानस की आवश्यकता होती है। यह बात आयुक्त कुमाऊ एवं सचिव मुख्यमंत्री अरविन्द सिंह हृयांकी ने मण्डलीय विकास कार्यो की समीक्षा करते हुए कही। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हुई समीक्षा में उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौर एवं लाकडाउन अवधि में जो विकास का पहिया थम गया था उसको पूरे मनोबल के साथ गति देनी है। लिहाजा सभी अधिकारी समय का उपयोग करते हुये आवंटित लक्ष्यों को पूरा करते हुये निर्माण एवं विकास कार्यो को धरातल पर उतारें। उन्होंने अधिकारियो से कहा इस समय मौसम भी माकूल है। विकास कार्यो के लिए शासन द्वारा बडी मात्रा में विभिन्न कार्यो के लिए धनराशि अवमुक्त कर दी है, लिहाजा हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए कि अवमुक्त धनराशि का शतप्रतिशत उपयोग करते हुये विकास कार्यो को जनप्रतिनिधियों के समन्वय से उचित दिशा में ले जायें।

हृयांकी ने जिलाधिकारियों से कहा कि कोर्ट केसों के निस्तारण में तेजी लायें क्योंकि लाकडाउन के चलते कोर्ट केसों के निस्तारण की गति ठहर गई थी, लिहाजा कोर्ट केसों के निस्तारण को अपनी प्राथमिकता में शामिल करते हुये अधिक से अधिक संख्या में लम्बित केसों का निस्तारण करें। उन्होंने कहा कि वादो के निस्तारण होने से वादकारियों को राहत होती है। उन्होंने कहा कि कार्यरत अधिकारियों एवं कर्मचारियों की वार्षिक प्रविृष्टि भी विशेष अभियान चलाकर निर्गत की जांए क्योंकि बिना वार्षिक प्रविृष्टि के पदोन्नति मामलों में सम्बन्धित अधिकारी एवं कर्मचारी को डीपीसी में बाहर कर दिया जाता है जिससे उनके अन्दर कुंठा होती जिसका प्रतिकूल प्रभाव शासकीय कार्यो पर पड़ता है।

कार्यो में लापरवाही बरतने तथा आवंटित धनराशि का लम्बे समय से सदुपयोग ना करने वाले स्वजल पिथौरागढ़ के अधिकारी का वेतन तत्काल प्रभाव से रोके जाने के आदेश जिलाधिकारी पिथौरागढ डॉ. विजय कुमार जोगदंडे को दिये। उन्होंने कहा कि स्वजल के अधिकारी यदि नवम्बर माह के अन्त तक कार्य पूरा नही करते है तो उनकी सेवाये समाप्त कर दी जांए। हृयांकी ने जिला योजना की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारियो से कहा शासन से जिला योजना के माध्यम से विकास कार्यो के लिए जो धनराशि अवमुक्त की गई है को तत्काल शतप्रतिशत स्वीकृत परिव्यय के आधार पर विभागों को निर्गत करें ताकि विभाग तत्परता के साथ कार्यो को पूरा कर सकें।

समीक्षा के दौरान उन्होंने जिलाधिकारियों से कहा कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार येाजना का लाभ शतप्रतिशत लाभार्थियों को दिया जाए। एलडीएम बैकों से समन्वय कर लाभार्थियों को तत्काल ऋण उपलब्ध कराने में अपनी सकारात्मक भूमि का निर्वहन करें। इसके साथ ही बैंकों व लाभार्थियों के मध्य लोनिंग में होने वाले गतिरोध को दूर करने के लिए उपजिलाधिकारी के स्तर पर गठित बैंकर्स कमेटियों को सक्रिय किया जाए। उन्होंने कहा कि पर्यटन को बढावा देने तथा स्थानीय लोगों के रोजगार उपलब्ध कराने में होमस्टे योजना काफी कारगर एवं लोकप्रिय है। इस योजना के लिए अधिक से अधिक लोगों को प्रेरित किया जाए। सुदूर पर्वतीय ग्रामीण क्षेत्रो में होमस्टे विकसित किये जाए ताकि लोगों को रोजगार मिले और वही पर्यटक प्राकृतिक सौन्दर्य के साथ ही कुमाऊ की संस्कृति हस्तशिल्प एवं उत्पादो से रूबरू हो सके। उन्होंने वीरचन्द्र गढवाली योजना, हर घर नल-नल में जल, पिरूल योजना, सेवा का अधिकार, 13 जिले 13 डेस्टिनेशन, रेनवाटर हार्वेसिंटिग, कोविड 19 सक्रमण बचाओ, के अलावा कई योजनाओ की समीक्षा की।

बैठक में जानकारी देते हुये जिलाधिकारी श्री सविन बंसल ने बताया कि जनपद के जिला योजना के स्वीकृत परिव्यय 40 करोड के सापेक्ष 38 करोड की धनराशि अवमुक्त हो चुकी है जिसमे से विकास कार्यो पर विभिन्न विभागो द्वारा 21 करोड की धनराशि व्यय की जा चुकी है शेष धनराशि के आवंटन की प्रकिया गतिमान है। उन्होंने कहा कि इस धनराशि का कुछ अंश कोविड 19 जनस्वास्थ्य, रोजगार परक योजनाओं, हिलांस किचन, हस्तशिल्प, वूडन हट्स, ग्रोथ सेन्टर पर व्यय किया जा रहा है। आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रम के तहत प्रवासियों तथा दूरस्थ पर्वतीय क्षेत्र की महिलाओ को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के कई योजनायें बनाई जा रही है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार कार्यक्रम के तहत कुल लक्ष्य 250 के सापेक्ष 389 लाभार्थियो के आवेदन स्वीकृत कर बैकों को भेजे गये जिनमे में 60 लाभार्थियो को वित्तपोषित किया जा चुका है। इसके साथ ही वीरचन्द्र गढवाली योजना में 30 के लक्ष्य के सापेक्ष 32 आवेदको के आवेदन बैको को भेजे गये है जिसमे से 10 लाभार्थियो को बैकों द्वारा वित्तपोषित किया जा चुका है। जनपद में 325 होम स्टे कार्यरत है तथा शेष 70 नये होम स्टे स्थापित किये जाने की कार्यवाही गतिमान है।

बैठक में के जिलाधिकारी सविन बंसल, रंजना राजगुरू, नितिन सिंह भदौरिया, डा. विजय कुमार जोगदंडे, सुरेन्द्र नाथ पाण्डे, विनीत कुमार के अलावा अपर आयुक्त संजय कुमार खेतवाल, मुख्य विकास अधिकारी नरेन्द्र सिंह भण्डारी, जिला विकास अधिकारी रमा गोस्वामी, उपनिदेशक अर्थसंख्या राजेन्द्र तिवारी के अन्य मण्डलीय अधिकारी मौजूद थे।


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