किच्छा न्यूज : कांग्रेस के अंदर उठने लगी स्थानीय प्रत्याशी को टिकट देने की मांग
किच्छा । उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट शुरू हो गई है इसी के साथ पार्टी स्तर पर कार्यकर्ताओं में जोश भरने की प्रक्रिया भी प्रारंभ हो गई है। पिछले विधानसभा चुनाव में किच्छा – पंतनगर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस की हुई करारी हार के बाद अब स्थानीय प्रत्याशी के मुद्दे पर कांग्रेसियों के एक मंच पर आने से पार्टी हाईकमान की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। पार्टी के आम कार्यकर्ता के साथ साथ वरिष्ठ पदाधिकारियों ने भी अब इस मुद्दे पर खुल कर बोलना प्रारंभ कर दिया है। पदाधिकारियों की एकजुटता को देख कर यह अनुमान लगाया जा रहा है कि अगर पार्टी हाईकमान ने स्थानीय कार्यकर्ताओं की मांग को अनदेखा करने का काम किया तो पार्टी को इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे । विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आते ही किच्छा में स्थानीय प्रत्याशी का मुद्दा भी तूल पकड़ने लगा है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ साथ कांग्रेस पदाधिकारियों ने भी पार्टी हाईकमान के सामने स्थानीय कार्यकर्ता को प्रत्याशी बनाए जाने की मांग शुरू कर दी है। ज्ञात हो कि अखिल भारतीय राहुल गांधी यूथ बिग्रेड के पूर्व प्रदेश सचिव बंटी पपनेजा द्वारा पिछले विधानसभा चुनाव में भी स्थानीय प्रत्याशी का मुद्दा जोर-शोर से उठाया गया था । इसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह व नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश के सामने अखिल भारतीय राहुल गांधी बिग्रेड के पूर्व प्रदेश सचिव भूपेंद्र कुमार उर्फ बंटी पपनेजा के नेतृत्व में तमाम कांग्रेसियों ने आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव में स्थानीय कार्यकर्ता को किच्छा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी का उम्मीदवार बनाए जाने की मांग को लेकर एक हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन सौंपते हुए एक सूत्रीय मांग पर कार्यवाही का आग्रह किया । बैठक में स्थानीय कार्यकर्ता को विधानसभा प्रत्याशी बनाए जाने का मुद्दा उठने के बाद तमाम प्रदेश स्तरीय व जिला स्तरीय पदाधिकारी भी युवा नेता बंटी पपनेजा के समर्थन में आ गए। स्थानीय मुद्दे को लेकर बैठक में माहौल गरमा गया । कार्यकर्ताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर पिछले चुनाव की तरह इस चुनाव में भी पैराशूट प्रत्याशी को मैदान में उतारा गया तो कांग्रेस को दोबारा हार का मुंह देखना पड़ेगा। ज्ञापन के माध्यम से पपनेजा ने कहा कि किच्छा विधानसभा क्षेत्र की जनता ने अपने बीच के ही व्यक्ति को विधायक बनाने का मन बना लिया है, क्योंकि स्थानीय प्रतिनिधि जनता के दुख सुख में भागीदार होगा तथा स्थानीय समस्याओं से परिचित होने के चलते उनका समाधान भी कराएगा । स्थानीय प्रत्याशी मुद्दे पर समर्थन में आए कांग्रेस प्रदेश सचिव संजीव कुमार सिंह सहित तमाम अन्य पदाधिकारियों ने कहा कि 2017 विधानसभा से पूर्व भी सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मिलकर स्थानीय कार्यकर्ता को उम्मीदवार बनाए जाने की मांग को उठाया था और 2022 के चुनाव में पार्टी को स्थानीय कार्यकर्ता को ही अपना प्रत्याशी बनाना होगा। सिंह ने कहा कि जिन कांग्रेसी कार्यकर्ता व पदाधिकारियों ने भाजपा की जनविरोधी नीतियों का विरोध करते हुए आम जनता के साथ मिलकर संघर्ष व आंदोलन किया है और हर स्थिति में आम जनमानस के साथ खड़ा रहा है , ऐसी स्थिति में उस कार्यकर्ता का विधानसभा चुनाव में टिकट मांगना उसका हक है । उन्होंने कहा कि हम किसी भी हाल में बाहरी व पैराशूट प्रत्याशी को बर्दाश्त नहीं करेंगे। स्थानीय कार्यकर्ता को विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाने के मुद्दे पर कांग्रेस प्रदेश महासचिव हरीश पनेरु, पूर्व प्रदेश प्रवक्ता संजीव कुमार सिंह, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पुष्कर राज जैन, राज्य आंदोलनकारी तथा किसान नेता सुरेश पपनेजा, कांग्रेस कमेटी प्रदेश सचिव हाजी सरवर यार खान, कांग्रेसी नेता राजेश प्रताप सिंह , पूर्व ब्लाक प्रमुख अरुण कुमार शुक्ला, कांग्रेस नगर अध्यक्ष अरुण तनेजा, कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष रमेश तिवारी गुड्डू, पूर्व दर्जा राज्यमंत्री डॉ गणेश उपाध्याय, नगर संगठन महामंत्री फिरदौस सलमानी, कांग्रेस प्रदेश सचिव तथा पूर्व जिला पंचायत सदस्य विनोद कोरंगा, हाजी जाकिर अंसारी, व्यापार मंडल कोषाध्यक्ष राजकुमार बजाज, युवा व्यापार मंडल अध्यक्ष दुर्गेश गुप्ता, पूर्व ग्राम प्रधान दिलीप सिंह बिष्ट, नगर पालिका सभासद लियाकत अंसारी, नगर पालिका पूर्व सदस्य नजाकत खान, अकरम खान, पूर्व ग्राम प्रधान सोमपाल , युवा कांग्रेसी नेता जितेंद्र सिंह संधू, पूर्व ब्लाक प्रमुख मेजर सिंह, चेतन शर्मा,विक्रम कोरंगा, जमील अहमद, नबी अहमद मंसूरी, रिजवान अंसारी, संजय यादव, शोएब खान, मुजस्सिम खान,ओमप्रकाश, ठाकुर महेंद्र सिंह आदि पदाधिकारियों ने भी पार्टी हाईकमान से स्थानीय कार्यकर्ता को प्रत्याशी बनाने की मांग का समर्थन किया।