— परिजनों ने जताई हत्या की आशंका, पीएम कर शव परिजनों को सौंपा
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
अल्मोड़ा के युवक का शव सोराग जंगल में मिलने का मामला अब गरमाने लगा है। सामाजिक कार्यकर्ता बालकृष्ण समेत परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। साथ ही पोस्टमार्टम तीन डॉक्टरों के पैनल से कराए जाने की मांग की है। उन्होंने कपकोट पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने पूरे मामले की जांच की मांग की है।
मालूम हो अल्मोड़ा जिले के नैणी गांव निवासी 30 वर्षीय राजेंद्र प्रसाद बीते नौ नवंबर को मजदूरी के सिलसिले में कपकोट क्षेत्र में गया था, लेकिन वह अचानक घर से गायब हो गया।। उसके पिता मदन राम ने 11 को कपकोट थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। इसके बाद भी उसका कोई पता नहीं चल सका। सोमवार को उसका शव सोराग के जंगल में एक पेड़ पर लटका मिला। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पंचनामा भरकर उसे जिला अस्पताल के मोर्चरी में रख दिया। आज मंगलवार को उसका पोस्टमार्टम होना था। पुलिस की सूचना पर मृतक के परिजन मंगलवार को जिला अस्पताल पहुंचे।
उनके साथ सामाजिक कार्यकर्ता बालकृष्ण समेत अन्य लोग भी पहुंचे। उन्होंने राजेंद्र की मौत को हत्या बताते पूरे मामले की जांच करने तथा पोस्टमार्टम तीन डॉक्टरों के पैनल से कराने की मांग की है। बाालकृष्ण ने कहा कि युवक के पैर जमीन पर थे। यह आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है। पुलिस यदि ईमानदारी से मामले की जांच करेगी तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। विरोध के बाद कपकोट सीओ अशोक सिंह, कोतवाल कैलाश नेगी समेत कपकोट पुलिस मौके पर पहुंची। सीओ ने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी आधार पर कार्रवाई होगी। पुलिस किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरत रही है। दो डॉक्टरों के पैनल से ही पीएम कराया जाएगा। इसके बाद मामला शांत हुआ। शव का पीएम कराकर परिजनों को सौंप दिया। परिजन शव लेकर अल्मोड़ा रवाना हो गए हैं।