Almora News: लक्ष्मेश्वर वार्ड में क्षतिग्रस्त सड़क और झुके चीड़ के विशाल पेड़ बने खतरा, जन अधिकार मंच ने जताई चिंता, डीएम दरबार पहुंचकर समस्या का त्वरित समाधान का अनुरोध
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
अल्मोड़ा नगर क्षेत्र के लक्ष्मेश्वर वार्ड अंतर्गत अल्मोड़ा—ताकुला—बागेश्वर मोटरमार्ग में बड़ी दुर्घटना की आशंका पैदा हो गई है। पिछले दिनों लगातार बारिश से मोटरमार्ग का क्षतिग्रस्त होने और पहाड़ी दरकने से चीड़ के बड़े पेड़ों के झुकने से यह खतरा बना है। जन अधिकार मंच अल्मोड़ा ने इस खतरे को लेकर चिंता जताई है। इसी क्रम में मंच के एक शिष्टमंडल ने आज जिलाधिकारी वंदना सिंह से मुलाकात की और उनके समक्ष यह मामला रखते हुए ज्ञापन सौंपा। जिसमें क्षतिग्रस्त सड़क को ठीक करवाने और खतरा बने पेड़ों को कटवाने का अनुरोध किया है।

हुआ यूं कि पिछले दिनों लगातार बारिश के बाद अल्मोड़ा—ताकुला—बागेश्वर मोटरमार्ग में लक्ष्मेश्वर के पास भूधंसाव से सड़क के पैराफिट व सड़क का किनारा क्षतिग्रस्त हो चुका है। ऐसे में व्यस्त सड़क में दुर्घटना की आशंका बनी है। इतना ही नहीं लक्ष्मेश्वर क्षेत्र में ही सड़क से लगी पहाड़ी में भूस्खलन से चीड़ के बड़े पेड़ों की जड़ें खोखली हो गई हैं। जिससे करीब दर्जनभर पेड़ झुककर कभी भी सड़क पर गिरने के कगार में आ गए हैं। अंदेशा है कि कभी अचानक ये पेड़ धराशायी हुए, तो बड़ा हादसा हो सकता है।
इसी मामले को लेकर जन अधिकार मंच अल्मोड़ा के संयोजक त्रिलोचन जोशी के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने डीएम वंदना सिंह से भेंट कर उन्हें इस खतरे से अवगत कराया। उन्होंने यह भी अवगत कराया कि मांग उठने व दो माह बीतने के बावजूद संबंधित विभागों ने न तो क्षतिग्रस्त सड़क की मरम्मत कराई और न ही खतरा बने पेड़ कटवाये। शिष्टमंडल ने जिलाधिकारी से अनुरोध किया कि अपने स्तर से उचित व त्वरित कार्रवाई करते हुए भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र में झुके चीड़ के पेड़ हटाए जाएं और सड़क की क्षतिग्रस्त सुरक्षा दीवार व पैराफिटों का शीघ्र निर्माण कराया जाए। उन्होंने कहा कि यदि कभी विशालकाय चीड़ के पेड़ गिरे तो जानमाल के नुकसान का कारण बन सकते हैं। संयोजक त्रिलोचन जोशी ने बताया कि जिलाधिकारी ने जनहित को देखते हुए अविलंब समस्या का निदान करवाने का आश्वासन दिया है। शिष्टमंडल त्रिलोचन जोशी के साथ पालिका सभासद अमित साह ‘मोनू’, मनोज सनवाल व त्रिभुवन पन्त शामिल रहे।