राजकोट| हार्ट अटैक आने से अचानक मौत होने की खबरें आजकल आम होती जा रही है। किसी को राह चलते दिल का दौरा पड़ रहा है तो किसी को शादी में डांस करते हुए। ऐसा ही एक हैरान करने वाला मामला गुजरात के राजकोट से देखने को मिला है। यहां 8वीं क्लास में पढ़ने वाली स्टूडेंट की हार्ट अटैक से मौत हो गई। 14 वर्षीय रिया स्कूल में अपने दोस्तों से बात कर रही थी। इसी दौरान वह जमीन पर गिरी और उसकी सांसे थम गईं। परिजनों ने कहा कि स्कूल के ड्रेस कोड ने बेटी की जान ले ली।
8वीं की स्टूडेंट की हार्ट अटैक से मौत
मिली जानकारी के मुताबिक, मंगलवार सुबह राजकोट के गोंडल रोड स्थित एक निजी स्कूल की कक्षा 8 में पढ़ने वाली छात्रा रिया की कक्षा में दिल का दौरा पड़ने के बाद मौत हो गई। छात्रा सुबह 7:10 बजे घर से स्कूल गई और 9:30 बजे जैसे ही वह क्लास में बैठी तो उसे सीने में दर्द हुआ। वह ठंड लगने से क्लास रूम में ही बेहोश हो गई, जहां अस्पताल ले जाने पर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
बच्ची के शव के पोस्टमॉर्टम के बाद खुलासा हुआ कि ऐंठन के बाद सीने में दर्द के कारण बच्ची की मौत हुई। हालांकि सैंपल कलेक्ट कर जांच के लिए लैबोरेटरी भेज दिया गया है। वहीं छात्रा के माता-पिता ने मौत के लिए स्कूल प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया है।
राजकोट जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी को लिखे एक पत्र में अमृतलाल वीरचंद जसानी विद्यामंदिर स्कूल के प्रिंसिपल ने कहा कि मंगलवार की सुबह, 8वीं कक्षा की छात्रा रिया सोनी ने सुबह 7:23 बजे बेचैनी की शिकायत की। उसके माता-पिता को बुलाया गया, जो उसे अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
शिक्षकों ने होश में लाने हाथ-पैरों की मालिश की
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक प्रिंसिपल स्मिताबेन के अनुसार, जब पीड़िता गिर गई तो उसके सहपाठियों और शिक्षकों ने उसे होश में लाने के लिए हाथ-पैरों की मालिश की थी। वहीं, रिया के माता-पिता का कहना है कि उनकी बेटी पूरी तरह स्वस्थ थी। वह किसी बीमारी से पीड़ित नहीं थी। प्रबंधन ने कहा कि निर्धारित स्वेटर बच्चों को शीतलहर में बचाने के लिए पर्याप्त नहीं थे। फिलहाल, अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि रिया की मौत शीतलहर की वजह से ही हुई है।
शिक्षा विभाग की स्कूलों को हिदायत
गुजरात के राजकोट में ठंड के चलते आठवीं की छात्रा की मौत के बाद जिला शिक्षा अधिकारियों ने स्कूल प्रशासन को यूनिफॉर्म नियम में सख्ती न बरतने को कहा है। अहमदाबाद में प्रशासन ने कहा कि ठंड ज्यादा होने के चलते गर्म कपड़े पहनने पर छात्र-छात्राओं के खिलाफ सख्ती न बरती जाए। वहीं अहमदाबाद नगर निगम संचालित स्कूलों में स्कूल टाइमिंग से भी देरी से (8 बजे बाद भी ) छात्रों को जाने की अनुमति दी गई है। पिछले कुछ दिनों से गुजरात के ज्यादातर शहरों में 10 डिग्री से भी कम तापमान रहा।