—केवल बुजुर्ग महिला—पुरुषों के प्रवेश देने की मांग
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
अल्मोड़ा नगर मध्य स्थित प्राचीन विश्राम पार्क अब शराबियों का अड्डा बन गया है। जिससे यहां पर दिनभर अराजकता का माहौल बना रहता है और सभ्रांत महिला—पुरुष या पर्यटक इस जगह रूकने से कतरा रहे हैं। ऐसी शिकायत नगर के कुछ लोगों ने की है। उन्होंने मामले को उठाते इस पार्क में केवल बुजुर्ग महिला—पुरुषों को ही प्रवेश देने की मांग उठाई है और इस संबंध में एक ज्ञापन नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी को दिया है।
ज्ञापन में कहा गया है कि अल्मोड़ा बाजार के बीचों—बीच स्थित रैमजे इण्टर कॉलेज अल्मोड़ा के समक्ष अवस्थित नगरपालिका परिषद अल्मोड़ा के प्राचीन पार्क अब शराबियों का अड्डा बन गया है। नागरिकों ने कहा है कि यह प्राचीन पार्क नगर की शान था, जहां दूर रमणीक प्राकृतिक दृश्य का अवलोकन लोग करते है। पर्यटक यहां से मनोहारी प्राकृतिक नजारे को निहारते थे और कामकाज से आने—वाले स्थानीय नागरिक, बुजुर्ग महिलाएं व पुरूष इस पार्क में विश्राम किया करते थे, लेकिन वर्तमान में पालिका की उदासीनता से यह रमणीय स्थल शराबियों का अड्डा बन गया है। जिससे यहां पर कई बार माहौल अराजकता का बन जाता है। ज्ञापन में कहा है कि सुबह 08 बजे से लेकर देर रात तक इस स्थान पर शराबी डेरा जमाए रहते हैं। इतना ही नहीं नशे में अशोभनीय गाली—गलौच एवं अपशब्दों का प्रयोग करते सुने जाते हैं। ऐसे में इनके बीच अन्य प्रकृति प्रेमी या विश्राम के लिए आने वाले लोग पार्क में बैठने से कतराते हैं।
इस स्थान से शाम के वक्त महिलाओं, युवतियों व बच्चों का गुजरना मुश्किल हो जाता है। ज्ञापन में इस पार्क का ध्यान रखते हुए पार्क में केवल वरिष्ट नागरिकों, बुजुर्ग महिला—पुरुषों को ही प्रवेश देने की व्यवस्था बनाने की मांग की है। अन्य लोगों के लिए इस पार्क में प्रवेश निषेध करने की मांग उठाई है। ज्ञापन में सामाजिक कार्यकर्ता मनोज सनवाल, कमलेश पांडे, दिनेश गोयल, शाहनवाज अंसारी, हिमांशु कांडपाल, विजय भट्ट, गिरीश धवन, दीप चंद्र, मनोज भंडारी आदि के हस्ताक्षर हैं।