सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
मुजफ्फरनगर कांड की 27वीं वर्षगांठ पर उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने गांधी पार्क में आज धरना—प्रदर्शन करते हुए काला दिवस मनाया। राज्य के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उत्तराखंड में 21 वर्षों से राज कर रही सरकारों को आड़े हाथों लिया। पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी ने कहा कि 21 वर्षों में भाजपा—कांग्रेस की सरकारों ने राज्य की अवधारणा की धज्जियां उड़ाई और इन कांडों में पीड़ित लोगों व उत्तराखंड के साथ आज तक भी न्याय नहीं हुआ।
गांधी पार्क में “शहीदों हम शर्मिंदा हैं तुम्हारे कातिल ज़िंदा हैं” के नारों और जन गीतों के साथ धरना स्थल पर आयोजित सभा में वक्ताओं ने आरोप लगाया कि मुजफ्फरनगर कांड उत्तर प्रदेश की तत्कालीन मुलायम सिंह यादव सरकार तथा केंद्र की नरसिम्हा राव सरकार की साज़िश का परिणाम था और भाजपा के राजनाथ सिंह जैसे बड़े नेताओं ने अनंत कुमार जैसे दोषियों का लगातार बचाव कर उत्तराखंड का अपमान किया। सभा को संबोधित करते हुए उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष ने कहा कि राज्य की संघर्षशील ताकतें राजनीतिक मोर्चा बना कर शहीदों के सपनों को साकार कर सकती हैं।
सभा को संबोधित करते हुए मज़दूर सहयोग केंद्र के जाने माने श्रमिक नेता मुकुल सिंह ने कहा कि लड़ाई सिर्फ दोषियों को सज़ा दिलाने या राजधानी गैरसैंण तक की सीमित नहीं है बल्कि हर हाथों को काम मिले, महिलाओं को बराबरी, नशे का खात्मा हो इसके लिए लड़ाई लड़नी है। सभा को उपपा नेता आनंदी वर्मा, नगर अध्यक्ष हीरा देवी, सोमेश्वर विधानसभा प्रभारी किरन आर्या, रिज़वाना परवीन, उत्तराखंड छात्र संगठन की भारती पांडे समेत अन्य लोगों ने संबोधित किया और कहा कि राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोज़गार जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष करना होगा।
धरने में अनेक संगठनों के लोगों समेत श्रमिक नेता अमर सिंह, दीपक सनवाल, उपपा की नगर उपाध्यक्ष भावना मनकोटी व सरिता मेहरा, धीरेन्द्र मोहन पंत, एड. जीवन चन्द्र, एड. मनोज पंत, योगेश सिंह बिष्ट, दीपांशु पांडे, गोपाल राम, राजू गिरी, मीना देवी, अंजू टम्टा समेत अनेक लोग शामिल रहे।