जवाहर नवोदय में धूमधाम से मनाई गई संत मीराबाई की 525वीं जयंती

दो दिवसीय कार्यशाला संत मीराबाई का आयोजन सीएनई रिपोर्टर, सुयालबाड़ी। पी एम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय गंगरकोट, सुयालबाड़ी, नैनीताल में मीराबाई की 525वीं जयंती के…

जवाहर नवोदय में धूमधाम से मनाई गई संत मीराबाई की 525वीं जयंती
















दो दिवसीय कार्यशाला संत मीराबाई का आयोजन

सीएनई रिपोर्टर, सुयालबाड़ी। पी

जवाहर नवोदय में धूमधाम से मनाई गई संत मीराबाई की 525वीं जयंती
जवाहर नवोदय में धूमधाम से मनाई गई संत मीराबाई की 525वीं जयंती

एम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय गंगरकोट, सुयालबाड़ी, नैनीताल में मीराबाई की 525वीं जयंती के अवसर पर “कला धरोहर” संगीत नाटक अकादमी नई दिल्ली के संयोजन में दो दिवसीय कार्यशाला संत मीराबाई का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर संगीत नाटक अकादमी नई दिल्ली से जुड़े सुप्रसिद्ध गायक डॉ रवि जोशी व संगीतकार के रूप में तबले पर कमल व तानपुरे में नुपुर जोशी ने संगत दी।

कार्यशाला के प्रथम दिवस पर विद्यालय के प्राचार्य पूरन चन्द उपाध्याय व सुप्रसिद्ध गायक डॉ रवि जोशी ने संयुक्त रूप से दीप प्रजत्ललन कर कार्यकम की शुरूआत की। विद्यालय के प्राचार्य शिक्षकों ने तिलक भाल व पुष्प गुच्छ भेंट कर अतिथियों का स्वागत किया। प्रथम दिन मुख्य गायक डॉ रवि जोशी ने मंगलाचरण व मीरा के भजन गाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके बाद संगीत की बारीकियों से कार्यशाला में प्रतिभाग कर रहे छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन किया।

द्वितीय सत्र में सुप्रसिद्ध गायक डॉ रवि जोशी व विद्यालय के प्राचार्य पूरन चन्द्र उपाध्याय ने माँ शारदा की प्रतिमा में दीपदान व पुष्य अर्पित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। सत्र में भक्ति काल व मीराबाई के जीवनी पर विस्तार से चर्चा की गई। तत्पश्चात संगीत नाटक अकावमी के गायक डॉ रवि जोशी ने कार्यशाला में प्रतिभाग कर रहे प्रतिभागियों को संभीत की बारीकियों जैसे- गायन में सुरीलापन, सवरों की निर्मलता, नादमय उच्चारण, शुद्धता व रंजकता से अवगत कराया। कार्यशाला में संत कवियित्री भीराबाई के भजनों व पदावली के गायन से पूरा परिसर गुंजायमान हुआ। समस्त श्रोता व दर्शक भाव-विभोर हो उठे।

कार्यक्रम के समापन पर धन्यवाद ज्ञापित करते हुए प्राचार्य पूरन चन्द्र उपाध्याय ने कहा कि संत कवयित्री भीराबाई का जीवन निश्चल भक्ति आस्था का अनुपम उदाहरण है। भगवान कृष्ण को समर्पित उनके पद, भजन हम सभी के उन्तर्भन को श्रद्धा भाव से भर देते हैं। साथ ही हमें संत मीराबाई के विरासत को संजोकर रखना होगा। कार्यक्रम का संचालन सुश्री स्वाति ने किया। कार्यशाला में समस्त शिक्षक व छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

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