✍🏾 रैली में महिलाओं ने की बढ़-चढ़कर भागीदारी
✍🏾 हाईकोर्ट की शरण में जाने की दी चेतावनी
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: जिले के गरुड़ क्षेत्र में गठित बंदर भगाओ खेती बचाओ जन अभियान समिति ने तीन दिन गांधी चबूतरे में धरना-प्रदर्शन करने के बाद शुक्रवार को गरुड़ से बैजनाथ तिराहे तक विशाल जन आक्रोश रैली निकाली। रैली में महिलाओं ने बढ़-चढ़कर भागीदारी की। सरकार द्वारा अब तक बंदरों की समस्या से निपटने के लिए कोई कदम न उठाए जाने पर गहरी नाराजगी जताई और अब हाईकोर्ट की शरण में जाने की चेतावनी दी।
बैजनाथ तिराहे पर आयोजित सभा में समिति के संरक्षक व हाईकोर्ट के अधिवक्ता डीके जोशी ने कहा की तीन दिन धरना प्रदर्शन करने के बाद भी सरकार ने कोई कार्यवाही नहीं की। इससे जनता में तीव्र रोष व्याप्त है। उन्होंने कहा कि अब माननीय हाईकोर्ट में पीआईएल दर्ज की जाएगी। संयोजक हरीश जोशी ने सरकार की उदासीनता पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि एक ओर सरकार कहती हैं कि हम किसानों की आय दोगुनी करेंगे और हम गरीब जनता के साथ हैं, दूसरी ओर बंदरों ने किसानों की फसल बर्बाद कर दी है। ऐसे में कैसे लोग आत्म निर्भर बनेंगे।
इस दौरान अभियान समिति के अध्यक्ष रविशंकर बिष्ट, नंदन सिंह अल्मिया, कवि जोशी, राजेंद्र प्रसाद कत्यूरी, भैरव कांडपाल, भूपेंद्र सिंह , प्रकाश राम, मनोज पांडे, कैलाश चंदोला, व्यापार संघ गरुड़ के अध्यक्ष लक्ष्मी दत्त पांडे, टीटबाजार के अध्यक्ष प्रेम सिंह नेगी, विमला देवी, आशा बिष्ट, दया पंत, खष्टी खोलिया, शान्ति खोलिया, दीपा खोलिया, देवकी देवी, गीता दुबे, हीरा देवी, बीना देवी, लीला खोलिया, नीमा जोशी, चंपा देवी, भावना देवी, कमला देवी, दमयंती बिष्ट, भावना बिष्ट, हंसी देवी, गीता देवी, पार्वती बृजवासी समेत दर्जनों महिलाएं-पुरुष आदि उपस्थित थे।