देहरादून। कोरोना के खिलाफ चल रही जंग में प्रदेश सरकारी कहीं कोई गलती की गुंजाइश नही रखना चाहती है। यही कारण है कि सरकार ने केंद्र सरकार के आदेशों का पालन करते हुए यहां भी रैपिड टेस्ट पर रोक लगा दी है। ज्ञात रहे कि कोरोना पॉजिटिवों की जांच के लिए विभाग को केंद्र से 8 हजार रैपिड टेस्ट किट मिले थे और आज से उत्तराखंड में इसकी शुरूआत होने वाली थी। उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड में कोविड—19 की बढ़ती संख्या को देखते हुए इसके संक्रमण की जांच करने को रैपिड टैस्ट करने का फैसला लिया था। खास तौर पर हॉट स्पॉट के रूप में चिन्हित किये इलाकों में यह जांच होनी थी, लेकिन एक अध्ययन के बाद पता चला है कि इस रैपिड टेस्ट के कई नतीजे गलत निकले हैं। अन्य राज्यों ने भी यह तय किया है कि जहां भी इस रैपिड टेस्ट से जांच हुई थी, वहां काविड—19 की पुन: जांच होगी। इधर अपर सचिव स्वास्थ्य व निदेशक एनएचएम उत्तराखंड युगल किशोर पंत ने कहा कि केंद्र के निर्देशानुसार यहा भी रैपिड टेस्ट सैंपलिंग पर रोक लगा दी गई है। अब केंद्र की अनुमति के बाद ही इसे शुरू किया जाएगा। फिलहाल दो दिन तक इससे टेस्ट करने पर रोक लगाई गई है। यह भी तय हुआ कि यदि प्रदेश में कहीं भी इस रैपिड टेस्ट से जांच की गई तो पूरी जांच प्रक्रिया दोबारा होगी।
कोरोना से जंग : उत्तराखंड में भी रैपिड टेस्ट पर लगी रोक, केंद्र की अनुमति मिलने पर ही होगा इस्तेमाल
देहरादून। कोरोना के खिलाफ चल रही जंग में प्रदेश सरकारी कहीं कोई गलती की गुंजाइश नही रखना चाहती है। यही कारण है कि सरकार ने…