अल्मोड़ा न्यूज: गैरसैंण पूर्णकालिक राजधानी बनने से ही राज्य का संतुलित विकास संभव—वाहिनी

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ाराज्य स्थापना दिवस पर उत्तराखण्ड लोक वाहनी ने वर्चुअल बैठक आयोजित कर राज्य आंदोलन के शहीदों को नमन किया और राज्य के विकास…

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
राज्य स्थापना दिवस पर उत्तराखण्ड लोक वाहनी ने वर्चुअल बैठक आयोजित कर राज्य आंदोलन के शहीदों को नमन किया और राज्य के विकास पर मंथन करते हुए कहा कि गैरसैंण राजधानी बनाने से राज्य का संतुलित विकास संभव है।
बैठक में वाहनी के प्रवक्ता दयाकृष्ण काण्डपाल ने कहा है कि जब तक उत्तराखंड की पूर्णकालिक राजधानी गैरसैॅण नहीं बनती, तब तक राज्य का सन्तुलित विकास नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि संतुलित विकास की सोच के साथ ही पर्वतीय राज्य उत्तराखण्ड मांगा गया था। इसके पीछे मंशा थी कि देश की सीमा पर एक सशक्त व सम्पन्न राज्य स्थापित हो। उन्होंने कहा कि राज्य गठन के बाद दो दशक पार हो गए, मगर आज भी पहाड़ से पलायन जारी रहने से पर्वतीय राज्य के अस्तित्व पर प्रश्नचिह्न लगा है। उन्होंने कहा कि राज्य आन्दोलनकारियो ने सपना देखा था, वह आज भी अधूरा है। उन्होंने कहा कि राज्य के आन्दोलनकारी शक्तियों की विफलता है कि वह पर्वतीय क्षेत्र के लिये एक राजनैतिक चिन्तन नहीं बना सके। इसी का लाभ राष्ट्रीय दल उठा रहे हैं।
वाहनी के महासचिव पूरन चन्द्र तिवारी ने सभी क्षेत्रीय राजनैतिक दलों से अनुरोध किया कि जब देश में राष्ट्रीय दल गठबन्धन बनाकर सरकारें बना सकते हैं, तो राज्य में सभी क्षेत्रीय दल या जन संगठन मिलकर साझा प्रयास क्यों नहीं कर सकते। वाहनी के वरिष्ट नेता जगत रौतेला ने कहा कि यदि राज्य के राजनैतिक दल राज्य की बेहतरी के लिये कोई विकल्प देते हैं, तो वाहनी इस पहल का स्वागत करेगी। इस मौके पर शहीद हुए राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि दी गई। वर्चुवल संवाद में कुणाल तिवारी, जंगबहादुर थापा, मो. हारिस, हरीश मेहता, शमशेर जंग, सुशीला धपोला, अजय मित्र बिष्ट, रेवती बिष्ट, शमशेर जंग गुरुंग आदि ने भागीदारी की।


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