✍️ जगह—जगह कन्या पूजन, भजन—कीर्तनों की धूम
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: जिले में नवरात्र पर देवी देवताओं की पूजा अर्चना हो रही है। देव मंदिरों में नवरात्र का आयोजन किया गया है। भजन कीर्तन में भक्तजन डूबे हुए हैं। गांवों में देव डागर अवतरित हो रहे हैं। जबकि नगर में दुर्गा तथा देव पूजा महोत्सव की धूम मची है। अष्टमी तथा नवमी दिवस पर भक्तों ने कन्या पूजन कर उन्हें भोजन, वस्त्र आदि दान किए।
महाष्टमी तथा नवमी तिथि को कन्या पूजन करते हुए मां की विदाई दी गई। शारदीय नवरात्रि नवमी तिथि पर माता दुर्गा के आखिरी स्वरूप मां सिद्धिदात्री की पूजा अर्चना के साथ संपन्न हुई। महा अष्टमी और नवमी तिथि को कन्या पूजन किया गया। शास्त्रों में नवरात्रि पर अष्टमी तथा नवमी तिथि पर कन्या पूजन करने का विशेष महत्व होता है। पंडित चंद्र शेखर तिवारी ने बताया कि शारदीय नवरात्र के दौरान मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो साधक इस दौरान व्रत रखते हैं, माता रानी की पूजा अर्चना करते हैं, उन्हें उनका पूर्ण आशीर्वाद मिलता है। इसके साथ ही परिवार में खुशहाली आती है।
नुमाइशखेत में पूजा अर्चना
देवी तथा दुर्गा पूजा पंडालों में लोगों की सुबह से भीड़ रही। भक्तों ने मां के नवे स्वरूप के दर्शन किए। उनकी पूजा की। इसके अलावा नगर के चंडिका, मां भगवती मंदिर कठायतबाड़ा में भंडारा आयोजित हुआ। मां कोट भ्रामरी गरुड़, दिव्येश्वर मन्दिर गागरीगोल,मैच्युला मैया पालड़ीछीना, कांडा कालिका मंदिर, भद्रकाली मंदिर में भक्तों ने पूजा अर्चना की।