बागेश्वर। पिंडारी ग्लेशियर से लौट रहे देशी और विदेशी पर्यटक द्वाली के पास फंस गए थे। जिन्हें खरकिया से टैक्सियों के जरिए कपकोट लाया गया। वन विभाग की अनुमति के बिना ग्लेशियर की तरफ गए पर्यटकों पर कार्रवाई भी तय है। इतना ही नहीं अब ग्लेशियर जाने वालों के पंजीकरण आदि को लेकर बेहतर सिस्टम भी तैयार किया जाएगा।
जिलाधिकारी विनीत कुमार के अनुसार द्वाली से 42 पर्यटक और स्थानीय लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू पूरा हो गया है। लगभग 15 बंगाली पर्यटकों को पांच टैक्सियों के जरिए कपकोट लाया गया। जहां उनके नाम, पता आदि की जानकारी जुटाई गई। पर्यटकों का मेडिकल परीक्षण आदि के बाद उन्हें जिला मुख्यालय की तरफ रवाना कर दिया गया है।
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कफनी ग्लेशियर की तरफ झूनी और खल्झूनी गांव के भेड़-बकरी पालक गए थे। जिनकी संख्या अब बढ़कर 25 पहुंच गई है। वह सभी सुरक्षित हैं। उन्हें पखुवा टॉप पर लाया जा रहा है। वह यहां अपने मवेशियों के साथ लगभग अभी तीन माह तक रहेंगे।
जिलाधिकारी विनीत कुमार ने कहा कि वन विभाग से सूचना प्राप्त हुई कि किसी भी ट्रैकर का पंजीकरण नहीं किया गया है। जबकि वन विभाग ने ग्लेशियर जाने वालों के लिए पंजीकरण की व्यवस्था की है। बावजूद बंगाली पर्यटक बिना अनुमति के वहां गए और फंस गए। ऐसे पर्यटकों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है। डीएम ने बताया कि ग्लेशियर आने-जाने वालों पर अब प्रशासन नजर रखेगा। सिस्टम को बेहतर बनाया जाएगा।
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