जंगली जानवरों की समस्या पर दिए निर्देश
CNE REPORTER, अल्मोड़ा। उत्तराखंड के कृषि एवं उद्यान मंत्री गणेश जोशी ने अपने कुमाऊँ दौरे के दौरान आज जनपद अल्मोड़ा के विकासखण्ड धौलादेवी स्थित ग्राम भगरतौला का दौरा किया।
मंत्री जोशी ने यहाँ किसानों के साथ ‘चौपाल’ लगाकर न केवल उनकी समस्याओं को सुना, बल्कि स्थानीय किसानों द्वारा 100 से अधिक पॉलीहाउस में क्लस्टर आधारित सब्जी उत्पादन (आलू, शिमला मिर्च, गोभी आदि) के सफल प्रयास की जमकर सराहना की। उन्होंने इस पहल को स्थानीय किसानों की आय बढ़ाने और आजीविका मजबूत करने में सहायक बताया।

पॉलीहाउस मॉडल का निरीक्षण और लखपति दीदियों से संवाद
गांव पहुँचने पर स्थानीय ग्रामीणों ने मंत्री गणेश जोशी का पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके उपरांत, मंत्री जोशी ने किसानों के साथ संवाद किया और पॉलीहाउस का स्थलीय निरीक्षण कर वहां की स्थिति का विस्तृत अवलोकन किया।
भगरतौला के किसानों ने उन्हें अवगत कराया कि जिला योजना और उद्यान विभाग की मदद से स्थापित इन पॉलीहाउस में क्लस्टर खेती हो रही है, जिससे उनकी आय में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इसी क्रम में, उन्होंने सैम देवता समूह की ‘लखपति दीदियों’ से भी बातचीत की और उनके स्व-रोजगार व महिला सशक्तिकरण के प्रयासों को प्रशंसनीय बताया।
जंगली जानवरों और फेसिंग के मुद्दों पर कार्रवाई के निर्देश
हालांकि, किसानों ने जंगली जानवरों के आतंक और फेसिंग के भुगतान में विलंब की समस्या को मंत्री के समक्ष रखा। इसके अलावा, पॉलीहाउस की पन्नी बदलने संबंधी मामलों पर भी ध्यान आकर्षित किया गया।
इस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए, कृषि मंत्री जोशी ने विभागीय अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने के स्पष्ट निर्देश दिए। उन्होंने किसानों को भरोसा दिलाया कि सरकार उनकी समस्याओं के समाधान के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और कृषि क्षेत्र को सशक्त बनाने हेतु हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं।
चाय बागान और योजनाएं अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाने पर ज़ोर
बाद में, कृषि मंत्री गणेश जोशी ने नैनपड़ चाय बागान का भी अवलोकन किया और वहां कार्यरत लोगों से चर्चा की। अंत में, उन्होंने नैनी गांव और तरुला गांव पहुंचकर भी किसानों की समस्याएं सुनीं। नैनी गांव में उन्होंने पानी लिफ्टिंग के लिए कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए और किसानों को कृषि यंत्र भी प्रदान किए।
आगे बढ़ते हुए, मंत्री जोशी ने अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए कि केंद्र और राज्य सरकार की सभी कृषि एवं उद्यान योजनाओं को न्याय पंचायत स्तर तक पहुँचाने के लिए कैंप आयोजित किए जाएं, ताकि अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि हर किसान तक बेहतर सुविधाएं, अनुदान और नई तकनीकें समय पर उपलब्ध कराना सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है।
इस अवसर पर किसान खीमा नन्द पांडेय, रेबाधर पाण्डेय, देवदार पाण्डेय, हरि प्रसाद सहित विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।

