नारायण सिंह रावत
सितारगंज। अधिवक्ता पर मुकदमा दर्ज करने पर अधिवक्ता भड़क उठे। उन्होंने एसएसआई का घेराव किया। इस दौरान अधिवक्ताओं की एसएसआई से तीखी नोकझोंक हुई। वकीलों ने चेतावनी दी कि यदि पुलिस ने वकील पर दर्ज मुकदमा निरस्त नहीं किया गया तो अधिवक्ता पुलिस के मामलों की पैरवी नहीं करेंगे।
अधिवक्ता राहुल कुमार भारद्वाज के साथ एक फरवरी को जीशान व चार-पांच अन्य लोगों ने मारपीट कर गालीगलौज की। जिससे राहुल को गंभीर चोटें आई। यह भी आरोप था कि राहुल की जेब में रखे पांच हजार रुपये भी छीन लिये गये। आरोपी जान से मारने की धमकी देते हुये फरार हो गये। कोतवाली पुलिस ने राहुल का चिकित्सकीय परीक्षण कराया। आरोप है कि राहुल के तहरीर देने के बाद कोतवाली पुलिस दिनभर उस पर समझौते के लिए दबाव बनाती रही। जब राहुल समझौते के लिए तैयार नहीं हुआ तो पुलिस ने दूसरे पक्ष की तरफ से तहरीर पर केस दर्ज कर लिया।
इसके बाद अधिवक्ता कोतवाली पहुंच गए। उनकी एसएसआई सुधाकर जोशी से नोकझोंक हुई। वकीलों का कहना था कि जब कोतवाली में उनके साथ इस तरह का व्यवहार हो रहा है तो आम आदमी के साथ कैसा होता होगा। बार एसोसिएशन की बैठक में पुलिस की निंदा की गई। चेतावनी दी गई कि यदि राहुल के खिलाफ दर्ज केस वापस नहीं लिया गया तो वकील न्यायालय में कोतवाली के मामलों की पैरवी नहीं करेंगे। साथ ही आरोपी जिशान व उसके साथियों की पैरवी भी न करने का निर्णय लिया गया।
इस मौके पर हरीश दुबे, एस के त्रिपाठी, दयानंद सिंह, शक्ति प्रताप सिंह, रमेश कांत प्रभाकर, फहीम पटौदी, हरीश शर्मा, महेंद्र चौधरी, सागर, भगवंत सिंह, राजवंत कौर, रवि सक्सेना, राजकुमार, गुरमीत, नेहा शर्मा, सुचित्रा, मनोरमा गुप्ता, उर्मिला आदि मौजूद थे।