देहरादून | चारधाम यात्रा के पहले ही दिन दुःखद खबर सामने आई है। यमुनोत्री धाम के दर्शन के लिए घोड़े पर रवाना गुजरात के यात्री की सांस संबंधी परेशानी के जूझने के बाद हृदय गति रुकने से मौत हो गई। पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
बता दें कि शनिवार 22 अप्रैल को अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर विधि-विधान से पूजा-अर्चना के बाद विश्व प्रसिद्ध श्री गंगोत्री एवं श्री यमुनोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक, चारधाम यात्रा (Chardham Yatra 2023) के आगाज के साथ यमुनोत्री धाम यात्रा रूट पर यात्रियों के सांस संबंधी बीमारी से ग्रसित मरीज की मौत का पहला मामला सामने आया है। जिला आपदा कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार 62 वर्षीय कनक सिंह पुत्र सोबन सिंह सूरत गुजरात थाना कौशम्भा कठवाड़ निवासी थे। कनक सिंह जानकीचट्टी से यमुनोत्री धाम की यात्रा पर घोड़े पर निकले। भैरो मंदिर के समीप कनक सिंह घोड़े से लघुशंका के लिए उतरे ओर उनके सीने पर दर्द होने के कारण बेहोश हो गए।
आनन-फानन में उन्हें यात्रा अस्पताल जानकी चट्टी पहुंचाया गया। जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। थानाध्यक्ष बड़कोट गजेंद्र बहुगुणा ने बताया की शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया की कनक सिंह हृदय संबंधी बाईपास सर्जरी के मरीज थे, जिन्हें हाई एल्टीट्यूड के कारण सांस संबंधी बीमारी के कारण उनकी मौत हो गई। जिसकी सूचना उनके परिजनों को दे दी गई है।