सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
उत्तरायणी मेले के बहाने यहां पहुंचे 16 बाहरी व्यवसायियों ने बिना अनुमति दुकानें लगा डाली। इसकी भनक लगते ही शुक्रवार को पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उनका सामान जब्त कर पालिका के सुपुर्द कर दिया और उनके चालान काटा खदेड़ दिया। इससे कार्रवाईयों से इन व्यापारियों में हड़कंप मच गया।
कोविड के कारण इस बार यहां उत्तरायणी मेला स्थगित रहा। बाहर से आने वालों पर पूरी तरह पाबंदी थी। इसके बाजवूद कुछ व्यापारी चोरी-छिपे यहां पहुंच ही गए थे। उन्होंने बिना अनुमति के ही आर्शीवाद भवन व नुमाइशखेत में दुकानें लगा डाली। जिसमें फल विक्रेताओं के अलावा कपड़ा, बर्तन आदि सामान के व्यापारी शामिल थे। जब व्यापार मंडल के जरिये भनक लगी, तो जिला प्रशासन हरकत में आया। जिलाधिकारी विनीत कुमार के निर्देश पर शुक्रवार को पुलिस ने औचक छापेमारी की। इस दौरान पांच दुकानदारों से पांच-पांच सौ रुपये और 11 व्यापारियों से सौ-सौ रुपये चालान वसूला गया।
कोतवाल जगदीश ढकरियाल ने बताया कि सामान जब्त कर लिया गया है और उसे पालिका को सौंपा गया है। यदि फिर से दुकानें संचालित करने की कोशिश की गई तो सीज किया जाएगा। इस दौरान प्रभारी ईओ संजय गढ़िया ने कहा कि पालिका से भी व्यापारियों ने कोई अनुमति नहीं ली। पालिका भी बाहर से आने वाले व्यापारियों के विरुद्ध कार्रवाई करेगी। इधर, जिला प्रशासन की कार्रवाई से बाहर से आए व्यापारियों में दिन भर हडृकंप मचा रहा। इधर, एसडीएम हरगिरी ने कहा कि कोविड गाइडलाइन का पालन नहीं करने वालों पर अब सख्त कार्रवाई होगी। नुमाइशखेत में दुकान लगा कर भीड़ लगा कर समान बचेने वालों पर कार्रवाई की गई है।