गदरपुर। यहां के दो बेरोजगार युवकों को स्वरोजगार के चक्कर में अपना ही नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने अपना पॉल्ट्री फार्म खोला तो ऐन वक्त पर लॉक डाउन लग गया। जैसे तैसे उन्होंने पाली जा रही मुर्गियों को घाटे में बेचकर जान छुड़ाई तो आज उनके खाली पड़े पाल्ट्री फार्म में आग लग गई। आग पर काबू पाया जा सकता था लेकिन इसे युवकों की बदकिस्मती ही कहिए कि आग बुझाने के लिए निकली दमकल की गाड़ी घटनास्थल पर पहुंचने से एक मोड़ पहले ही बंद हो गई। गांव वालों ने बहुत धक्के लगाए लेकिन वाहन स्टार्ट ही नहीं हुआ।
इस बीच पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई और गुस्साए ग्रामीणों को जैसे तैसे शांत किया। गदरपुर पर लखनऊ रोड स्थित एक निजी पाल्ट्री फार्म में अब से कुछ देर पहले आग लग गई। यह पाल्ट्री फार्म मोहन व उसके एक अन्य साथी का बताया जा रहा है। ग्रामीणों ने इस घटना की जानकारी दमकल विभाग व पुलिस को दी। गनीमत यह रही कि लॉक डाउन की वजह से इन दिनों पाल्ट्री फार्म में कोई मुर्गी नहीं पाली जा रही थी। सूचना पर दमकल विभाग का वाहन आग बुझाने के लिए पहुंचा भी लेकिन मौके से एक मोड़ पहले ही वाहन बंद हो गया। काफी प्रयासों के बाद भी जब गाड़ी स्टार्ट नहीं हुई तो ग्रामीणों ने भी काफी देर तक वाहन को धक्के लगाए लेकिन वाहन स्टार्ट ही नहीं हुआ।
उधर पाल्ट्री फार्म धूं धूं कर जलता जा रहा था। ग्रामीणों में दमकल के वाहन के न पहुंच पाने से आक्रोश पनपता जा रहा था। इसबीच पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों को समझा बुझा कर शांत किया। आग लगने का कारण फिलहाल शार्ट सर्किट बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि मोहन व उसके साथ ने पाल्ट्री फार्म कुछ महीनों पहले ही खोला था, उसने मुर्गियों के चूजे पाले लेकिन ऐन वक्त पर लॉक डाउन लागू हो गया। मुर्गियां की बिक्री एक दम थम गई। हार कर मोहन ने जैसे तैसे घाटे में मुर्गियां निकालीं। अब उसके पाल्ट्री फार्म में आग लग गई। हादसे के वक्त पाल्ट्री फार्म में मुर्गियों का दाना रखा गया था।
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