सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
यहां अतिवृष्टि के बाद से ढूंगाधार के कई मकान खतरे की जद में आ गये हैं। महिला कांग्रेस की महासचिव गीता मेहरा ने प्रभावितों से बातचीत करने के बाद इस मामले को प्रमुखता से उठाया है। आज मंगलवार को यहां पहाड़ी से विशाल पत्थरों के गिरने से क्षेत्रवासी दहशत में आ गये हैं।
उल्लेखनीय है कि गत 17 से 19 अक्टूबर तक कुमाऊं मंडल में हुई अतिवृष्टि से अल्मोड़ा नगर क्षेत्र भी अछूता नहीं रहा। पूर्व में भी भारी बारिश के दौरान यहां सिकुड़ा बैंड के पास भारी पत्थर, चट्टान गिरने की घटनाएं हुईं। इस दौरान यहां रहने वाले लोगों ने खतरे के साये के बीच कई रातें बिताई। इधर स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि यहां पूर्व से ही पत्थर खनन का कार्य सड़क किनारे चल रहा था। तब तमाम स्थानीय निवासी पूर्व डीएम नितिन कुमार भदौरिया से भी मिले थे, लेकिन डीएन ने शिकायत को गम्भीरता से नहीं लिया।
ऐसे मौके पर वहीं आज मंगलवार को जब पुन: बोल्डर पहाड़ से गिरे तो गीता मेहरा आपदा प्रभावित क्षेत्र में पहुंचीं और उन्होंने वस्तु स्थिति का जायजा लेते हुए संकट की चपेट में आये लोगों से बात की। बताया रहा है कि सिकुड़ा बैंड के समीप काफी लंबे समय से पत्थर निकासी का कार्य चल रहा था। जिस कारण संबंधित क्षेत्र पहले से ही खतरे की जद में था। अतिवृष्टि के बाद हालात और बदतर होते चले गये और भारी बारिश के बाद कई मकान खतरे की जद में आ गये।
महिला कांग्रेस महासचिव गीता मेहरा ने शासन—प्रशासन से क्षेत्र में खतरे की जद में आये मकानों का निरीक्षण कर सम्भावित आपदा नियंत्रण के लिए प्रभावी कदम उठाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि भारी बारिश के चलते कई मकानों को खतरा उत्पन्न हो गया है।