सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
पूर्व विधायक मनोज तिवारी ने कहा कि विगत दो साल से प्रदेश के विश्वविद्यालयों, कालेजों में छात्रसंघ चुनाव सम्पन्न नहीं हुए हैं, जिस कारण अब छात्र—छात्राओं में भी आक्रोश है। उन्होंने कहा कि छात्र संघ चुनाव न करवाकर सरकार छात्र राजनीति के दमन का कुचक्र रच रही है, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि छात्र संघ चुनाव युवाओं के लिए राजनीति की पहली सीढ़ी होती है तथा छात्र हित एवं छात्रों की समस्याओं के समाधान के लिए विश्वविद्यालयों, कालेजों में छात्र संघ का होना अत्यन्त आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जब प्रदेश में सारे राजनैतिक कार्यक्रम, रैलियां हो रही हैं तो ऐसे में सिर्फ छात्र संघ चुनावों पर ही पाबन्दियां क्यों लगाई गयी हैं ? उन्होंने कहा कि अब अविलम्ब छात्रसंघ चुनावों की रूपरेखा तैयार कर प्रदेश सरकार को प्रदेश में छात्र संघ चुनाव सम्पन्न कराने के लिए समस्त महाविद्यालयों, कालेजों को निर्देशित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज पूरे प्रदेश के छात्र चुनाव करवाने की मांग को लेकर आन्दोलनरत हैं। ऐसे में सरकार ने छात्र-छात्राओं की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने सूबे के मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री से अनुरोध किया है कि छात्रहित में अविलम्ब पूरे प्रदेश में छात्रसंघ चुनाव कराये जाने को लेकर निर्णय लिया जाए।