सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
यहां जिला पंचायत में अनियमितताओं की जांच कराने की मांग को लेकर नौ जिला पंचायत सदस्यों का धरना आज 52वें दिन भी जारी रहा। दूसरी ओर अपनी मांगों को लेकर सैनिक कल्याण विभाग के संविदा कर्मचारी क्रमिक अनशन व धरने पर डटे रहे।
जिला पंचायत में अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए गुरुवार को जिला पंचायत के नौ सदस्यों ने जमकर नारेबाजी की और 52वें दिन भी धरना दिया। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा हो रही है। जिसके कारण गांवों का विकास प्रभावित हो गया है।
जिला पंचायत के नौ सदस्यों के धरने को 52 दिन पूरे हो गए हैं। जिसके चलते विकास कार्य ठप हो गए हैं। इसका सबसे अधिक असर कपकोट विधानसभा क्षेत्र में पड़ रहा है। आंदोलित नौ सदस्यों में से छह वहीं के हैं। इसके बाद भी जिला प्रशासन और सरकार सुध लेने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा जिला पंचायत में बजट आवंटन में भारी अनियमितता बरती जा रही है। इससे विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं। इस मौके पर हरीश ऐठानी, सुरेंद्र खेतवाल, गोपा धपोला, वंदना ऐठानी, रूपा कोरंगा, रेखा देवी, इंद्रा परिहार, पूजा आर्या आदि मौजूद थे।
उधर क्रमिक अनशन यथावत
सातवें वेतन आयोग का लाभ देने और विभागीय संविदा में लेने की मांग को लेकर सैनिक कल्याण विभाग में नियुक्त संविदा कर्मचारियों ने क्रमिक अनशन गुरुवार को भी जारी रहा। अनशन पर जगदीश सिंह बैठे। रोजाना की भांति संविदा कर्मी कार्यालय परिसर में पहुंचे। यहां नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया। यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि केंद्रीय सैनिक बोर्ड की गाइड लाइन और उत्तराखंड सरकार के शासनादेश के अनुसार अधिकारियों और कर्मचारियों को नियुक्त किए जाने की समान व्यवस्था है, लेकिन विभाग द्वारा अधिकारियों को संविदा में नियुक्त किया है। पूर्व सैनिक संविदा कर्मचारियों और सिविल अल्पवेतन भोगी कर्मचारियों का मानसिक शोषण किया जा रहा है। कार्यक्रम की अध्यक्षता रमेश चंद्र तिवारी ने की। इस मौके पर दीप बिष्ट, कमला तिवारी, मनोज कुमार, सोबन सिंह, महेश चंद्र कांडपाल, बसंत जोशी, नरेंद्र सिंह, किशन सिंह, दान सिंह, महेश तथा मोहन चंद्र पंत मौजूद रहे।