सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
जिला पंचायत में लंबे समय से वित्तीय अनियमितता एवं बजट के समान वितरण की मांग को लेकर विगत 35 दिनों से चल रहा जिला पंचायत के नौ सदस्यों का धरना-प्रदर्शन आज भी जारी रहा। सदस्यों ने जिला पंचायत ने अध्यक्ष की हठधर्मिता के खिलाफ अब न्यायालय की शरण जाने का निर्णय लिया है। इधर जिला पंचायत सदस्यों व अध्यक्ष के बीच एक माह से चल रहे गतिरोध को समाप्त करने के लिए जिला बार एसोसिएशन ने भी जिलाधिकारी को ज्ञापन सौपकर मामले को निस्तारित करने की मांग की है।
जिला पंचायत उपाध्यक्ष नवीन परिहार के नेतृत्व में जिला पंचायत सदस्यों का जिला पंचायत परिसर में 35 दिनों से चल रहा धरना-प्रदर्शन जारी रहा। धरने पर बैठे जिपं सदस्यों ने कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष सदस्यों की जायज मांगो को लेकर उनकी अनदेखी कर अपनी जबाबदेही से बच रही है। जिस कारण अधिकारियों एवं कर्मचारियों में भी तालमेल नही बन रहा है। परिणाम यह है कि जिला पंचायत में गतिरोध नही समाप्त हो रहा है। जिला पंचायत सदस्यों ने कहा कि उन्होंने सूचना के अधिकार के तहत पूरी जानकारी एकत्रित कर लिए है। जिन्हें लेकर अब उन्होंने अब न्यायालय जाने का निर्णय लिया है। आज धरने पर जिला पंचायत सदस्य सुरेंद्र खेतवाल, वंदना ऐठानी, रूपा कोरंगा, रेखा देवी, पूजा आर्या आदि बैठे।
इधर जिला पंचायत अध्यक्ष एवं सदस्यों बीच के विवाद का समाधान करने की मांग मुखर हो गई है। जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विनोद भट्ट, गोविंद भंडारी ने कहा कि जनहित में जिला प्रशासन को सफल वार्ता के लिए आगे आना चाहिए। ऐसा नहीं होने पर जनप्रतिनिधियों का अपमान है और विकास कार्यों पर भी इसका सीधा असर पड़ रहा है। जिला बार ऐसोसिएशन समेत अन्य लोगों ने अपर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा और डीएम से मामले में त्वरित संज्ञान लेने की मांग की। उन्होंने कहा कि विगत 35 दिनों से जिला पंचायत उपाध्यक्ष समेत अन्य सदस्य धरने पर बैठे हैं। उन्होंने जिला पंचायत में हो रही घोर अनियमितताओं को दुरुस्त करने की मांग की है। लेकिन अभी तक कोई ठोस वार्ता और कार्रवाई नहीं हो सकी है। जिला पंचायत की स्थिति दिन-प्रतिदिन हास्यास्पद होते जा रही है। उचित समाधान नहीं होना गंभीर विषय है।