बागेश्वर । कोरोना वैश्विक महामारी के दौरान देश के विभिन्न राज्यों व जिलों से प्रवासियों के जिले में आने का सिलसिला जारी है। यहां पहुंचने पर थर्मल स्क्रीनिंग के बाद,आने वाले लोगों को संस्थागत, फैसिलिटी तथा होम क्वारंटाइन किया जा रहा है। जिले में विभिन्न क्वारंटाइन सेंटरों व होम क्वारंटाइन में रह रहे लगभग 20 हजार से अधिक प्रवासियों में से 15,080 लोगों का क्वारंटाइन पीरियड पूरा हो गया है।
एकांतवास में 14 दिन तक रहने के बाद जब प्रवासियों को घर जाने की छुट्टी दी जा रही है। उस वक्त अपनों से मिलने की खुशी चेहरे पर साफ झलक रही है । प्रवासियों के हाथों में हुनर की कहां कमी है। हुनर न होता तो दूसरे प्रदेश में भी रोजगार कहां मिल पाता। हुनर है तभी तो दूसरे प्रदेश में भी पूछ है। यदि सरकार गांव में ही रोजगार दे तो भूलकर भी दूसरे प्रदेश में कदम नहीं रखेंगे प्रवासी । सरकार उनके लिए गांव-घर में रोजगार उपलब्ध कराए। वह अपने परिवार और गांव-घर के लोगों के साथ रहना चाहते हैं। प्रवासियों ने कहा कि उनके हाथों में हुनर है। बस काम की तलाश है। सरकार काम दे तो उन्हें परदेस जाने का कोई शौक नहीं है।मालूम हो कि लाॅकडाउन अवधि में अभी तक 23,390 प्रवासी जिले में पहुंचे हैं। और जिला प्रशासन ने अभी तक 947 नेपाली मूल के नागरिकों को घर भेजा है।
बागेश्वर न्यूज : अग्नि परीक्षा खत्म/ 15 हजार से ज्यादा प्रवासी एकांतवास से मुक्त
बागेश्वर । कोरोना वैश्विक महामारी के दौरान देश के विभिन्न राज्यों व जिलों से प्रवासियों के जिले में आने का सिलसिला जारी है। यहां पहुंचने…
Good news