सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
ठेका प्रथा समाप्त करने समेत 11 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलित सफाई कर्मचारियों ने आज यहां धरना—प्रदर्शन कर पुरजोर तरीके से आवाज बुलंद की। उन्होंने पालिका परिसर में धरना व सभा की। इसके बाद सांकेतिक जुलूस के जरिये अपना गुस्सा प्रकट करते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
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देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ के बैनर तले यहां सफाई कर्मचारी गत 15 मार्च से चरणबद्ध आंदोलन पर हैं। पहले चरण में विभिन्न स्तरों पर ज्ञापन भेजे। अब द्वितीय चरण में गत 5 अप्रैल से धरना—प्रदर्शन का कार्यक्रम चल रहा है, जो 8 अप्रैल तक चलेगा। इसी के चलते आज यहां सफाई कर्मचारियों ने पालिका में धरना दिया और सभा कर अपनी मांगों को पुरजोर तरीके से उठाया। मांगें नहीं माने जाने से नाराज होकर पालिका से चौघानपाटा तक सांकेतिक प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। साथ ही चेतावनी दी कि मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा और अगले चरणों को सफल बनाते हुए आंदोलन को मुकाम तक पहुंचाया जाएगा।
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उनके द्वारा राज्य में ठेका प्रथा पूर्ण रूप से समाप्त करने, सफाई कर्मियों के स्थाई पदों की भर्ती शुरू करने, संविदा, स्वच्छता समिति, दैनिक वेतन, आउट सोर्सिंग व उपनल से कार्यरत सफाई कर्मियों को नियमित करने समेत पुरानी पेंशन पॉलिसी बहाल करने, सफाई कर्मचारियों का बीमा कराने, भत्तों में बढ़ोत्तरी करने, सफाई कर्मियों को आवंटित आवासों पर मालिकाना हक देने, भूमिहीन वाल्मिकी समाज के लोगों का स्थाई निवास प्रमाण पत्र व जाति प्रमाण पत्र प्राथमिकता से बनाये जाने और पर्यावरण मित्र पदनाम को संशोधित करतूे हुए सफाई सैनिक नाम देने आदि मांगें उठाई जा रही हैं। प्रदर्शन में प्रदेश महामंत्री राजपाल पवार, दीपक चंदेल, राजेश टॉक, सतीश कुमार, राजेंद्र कुमार, दीपक सैलानी, यशपाल, अनिल, भूपेंद्र, कमल, दीप चंद्र, शक्ति, रानी, विजेंद्र, घनश्याम, संजय कुमार, राजेश प्रधान, जगदीश व हिमांशु पवार आदि कई लोग शामिल हुए।