नारायण सिंह रावत
सितारगंज। ग्राम खुनसरा में प्रधान व ठेकेदार ने मनरेगा व राज्य वित्त के तहत बनने वाले मार्ग को हथियारों के बल पर किसान के खेत के बीचों बीच से बना दिया। विरोध पर जान से मारने की धमकी दी गई। काश्तकार ने उप जिलाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। एसडीएम ने तहसीलदार को जांच सौंप दी है।
काश्तकार रमेश कुमार पुत्र ढाकनलाल निवासी ग्राम खुनसरा ने उप जिलाधिकारी मुक्ता मिश्रा को ज्ञापन सौंपा। जिसमें कहा गया है कि उसका ग्राम खुनसरा में खतौनी खाता संख्या 115, खसरा नंबर 477/10 रकबा 0.079 हैक्टेअर, खसरा नंबर 477/26 रकबा 0.206 हैक्टेअर अन्य भूमि के साथ वर्ग 1क संक्रमणीय भूमिधर में दर्ज माल कागजात है। आरोप है कि इस भूमि पर ग्राम प्रधान व ठेकेदार ने मिलीभगत कर उसे सूचना दिये बगैर रास्ते का निर्माण करने लगे। रमेश का कहना है कि उसने तहसीलदार, क्षेत्रीय राजस्व उप निरीक्षक व बीट अधिकारी बलवंत सिंह भौर्याल को फोन पर सूचना दी। इसके बावजूद प्रधान व ठेकेदार ने रात्रि में हथियाओं के बल पर उसे जान से मारने की धमकी देकर निर्माण कार्य करा लिया। इससे उसे काफी आर्थिक क्षति हुई है। काश्तकार ने मांग की है कि बिना अनुमति के जबरन किए गए निर्माण को ध्वस्त कर आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही की जाए।
उपजिलाधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तहसीलदार को जांच का निर्देश दिया है। साथ ही जांच से शिकायतकर्ता को भी अवगत कराने को कहा है। उल्लेखनीय है कि मनरेगा व राज्य वित्त से बनने वाले इस सीसी मार्ग की लागत 5.54 लाख हैं। इसमें से 3.54 लाख मनरेगा व दो लाख राज्य वित्त से खर्च होने हैं। मार्ग प्रधान सीमा देवी के घर से मोहन सिंह के खेत तक बनाया जाना है। यह करीब दस फीट चैड़ा हैं। ग्राम पंचायत विकास अधिकारी दिनेश कांडपाल ने बताया कि मार्ग का भुगतान रोक दिया जायेगा। यदि भुगतान हुआ होगा तो धन की रिकवरी की जायेगी।