बोहला अस्पताल में नहीं डॉक्टर
बागेश्वर/कठपुड़ियाछीना। बागेश्वर के कठपुड़ियाछीना में जन संघर्ष समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई, जिसमें क्षेत्र की सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार जैसी मूलभूत सुविधाओं की खराब स्थिति पर गहरा असंतोष व्यक्त किया गया। समिति ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाने को मजबूर होंगे।
समिति अध्यक्ष नरेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में संपन्न हुई इस बैठक में वक्ताओं ने क्षेत्र की ज्वलंत समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की। सबसे बड़ी समस्या बोहला अस्पताल में लंबे समय से चिकित्सक की अनुपस्थिति को बताया गया। इसके कारण क्षेत्र के बीमार लोगों को छोटे-छोटे उपचार के लिए भी जिला मुख्यालय की ओर रुख करना पड़ रहा है, जिससे उन्हें आर्थिक और शारीरिक रूप से भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।
मोटर मार्ग का कटाव और मुआवज़े का अभाव
एक अन्य प्रमुख मुद्दा बिलौना-सिमतोली मोटर मार्ग का कटाव है। समिति ने बताया कि मार्ग कटने के कारण किसानों की भूमि प्रभावित हुई है, लेकिन उन्हें अब तक मुआवज़ा नहीं मिल पाया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन और संबंधित विभागों को कई बार इन समस्याओं से अवगत कराया गया है, लेकिन ठोस कार्रवाई के अभाव में जनता में असंतोष लगातार बढ़ रहा है।
आंदोलन की चेतावनी और निस्तारण की मांग
बैठक के दौरान समिति के सदस्यों ने एकजुटता दिखाते हुए संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि संबंधित विभागों द्वारा इन क्षेत्रीय समस्याओं के शीघ्र और प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण के लिए प्रभावी कदम नहीं उठाए गए, तो जन संघर्ष समिति बड़े आंदोलन की शुरुआत करेगी। समिति ने प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप करने और जनता को राहत प्रदान करने की मांग की है।
इस अवसर पर एनके मिश्रा, शंभू दत्त मिश्रा, शंकर मिश्रा, खीम सिंह, दान सिंह भंडारी, आनंद सिंह, मनोज पंत समेत कई प्रमुख सदस्य उपस्थित थे।

