✍️ रंगदेव गांव की पेयजल व्यवस्था चरमराई, आक्रोश
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: रंगदेव गांव में खड़िया खनन से 24 लाख रुपये की पेयजल लाइन का चैंबर ध्वस्त हो गया है। जिसके कारण गांव में पेयजल किल्लत बनी है। ग्रामीणों ने शीघ्र मरम्मत कर आपूर्ति सुचारू करने की मांग की है। ऐसा नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
बुधवार को दुग नाकुरी तहसील के रंगदेव गांव के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। कहा कि उडियार माईन से उनके गांव की पेयजल लाइन धवस्त हो गई है। जिसके कारण गांव के 26 परिवारों के सामने पेयजल संकट पैदा हो गया है। गर्मी में पानी नहीं मिलने से वह गधेरों का रुख कर रहे हैं। वर्षा भी हो रही है। प्रदूषित जल पीने से उन्हें पेट संबंधित बीमारी होने लगी है। खड़िया पट्टाधारक से पेयजल लाइन दुरुस्त कराने की मांग की। लेकिन वह कोई जवाब नहीं दे रहा है। ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। कहा कि यह योजना 24 लाख रुपये से प्राकृतिक स्रोत से बनी है। उन्होंने शीघ्र आपूर्ति नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। इस दौरान प्रमोद उपाध्याय, रमेश चंद्र, मनीष उपाध्याय, कैलाश उपाध्याय, भुवन जोशी, नरेंद्र सिंह आदि उपस्थित थे।