सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वरः कपकोट के पूर्व विधायक ललित फर्सवाण ने प्रदेश सरकार के एक साल नई मिसाल कार्यक्रम को महज जनता को बरगलाने वाला कार्यक्रम बताया। उन्होंने कहा कि एक साल नई मिसाल कार्यक्रम के नाम पर लोगों को बुलाकर उनकी फजीहत की जा रही है। उन्होंने बहुद्देशीय शिविर के नाम पर जरूरतमंद लोगों के दिव्यांग प्रमाण नहीं बन पाने का आरोप लगाया।
गरुड़ में पत्रकारों से वार्ता करते हुए पूर्व विधायक ललित फर्सवाण ने कहा कि प्रदेश सरकार एक साल के अपने कार्यकाल के दौरान विकास कार्यों का कोरा ढिढोरा पीट रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विकास चौपट है। शिविर में लोगों को बुलाकर उनके प्रमाण पत्र नहीं बनाए जा रहे हैं। बैजनाथ-गरुड़-कौसानी की सड़क पांच साल से दुरस्त नहीं हो पाई है। उन्होंने सड़क के लिए स्वीकृत सत्रह करोड़ की धनराशि की जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि पर्यटन व्यवसाय चौपट है। खड़िया व शराब माफियाओं को सरकार संरक्षण दे रही है। माफियाओं के पौ बारह हो रहे हैं। रोजगार के नाम पर युवाओं पर लाठियां बरसाई जा रही हैं। महंगाई चरम पर है। जनता त्रस्त है। जनता की समस्याओं को नहीं सुना जा रहा है। समस्याओं को लेकर अधिकारी जनता के फोन तक नहीं उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के एक साल के कार्यकाल में प्रदेश बदहाल हो गया है। विकास कार्यों के नाम पर जनता से झूठे वादे किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक साल में सरकार ने अंकिता हत्याकांड को दबाने व कुचलने का काम किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।