— महज एक नहीं 18 सूत्रीय मांगें उठा रहा ग्राम प्रधान संगठन
— अविलंब मांगें पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की धमकी
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: अपनी 18 सूत्रीय मांगों को लेकर ग्राम प्रधान संगठन बागेश्वर आंदोलित हो गया है। पारा चढ़ने पर बुधवार को प्रधानों ने विकासखंड कार्यालय पर तालाबंदी कर जोरदार नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया। चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों का शीघ्र निराकरण नहीं हुआ, तो वह उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे।
ग्राम प्रधान संगठन के ब्लाक अध्यक्ष विनोद कुमार टम्टा के नेतृत्व में प्रधान विकास खंड कार्यालय पर एकत्र हुए। उन्होंने नारेबाजी के साथ तालाबंदी और प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत आपदा निधि की घोषणा एक वर्ष पूर्व की गई थी। जिसमें प्रत्येक ग्राम पंचायत को आकस्मिक निधि के रूप में 10,000 रुपये दिए जाने थे, लेकिन अभी तक शासनादेश नहीं प्राप्त हो सका है। कोरोनाकाल में प्रधानों को 10,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि नहीं मिल सकी है। पंचायती राज अधिनियम 73वें संविधान संशोधन के 29 विषय अभी तक पंचायतों को हस्तांतरित नहीं किए गए हैं। 15 वें वित्त की धनराशि भी नहीं मिली है।
उन्होंने सरकारी, जिला पंचायत की भूमि का उपयोग ग्राम पंचायत में बनने वाले सरकारी भवनों के निर्माण के लिए स्पष्ट शासनादेश करने की मांग की। इसके अलावा खुली बैठक में प्रस्तावित जिला योजना में वरीयता देने, ग्राम पंचायतों में निर्माण कार्य में 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख रुपये धनरशि करने, केंद्रीय वित्त में टाइट और अनटाइट की बाध्यता समाप्त करने, प्रधानों का वेतन 3500 से पांच हजार रुपये करने और प्रधानों का व्यक्तिगत स्वास्थ्य बीमा करने की मांग की। इस दौरान बसंती देवी, पूजा देवी, मोहन सिंह, सरिता देवी, दयाकृष्ण, जानकी देवी, नंदी देवी, गीता देवी, कुंवर सिंह आदि उपस्थित थे।