रविवार को बागेश्वर में सरयू तट पर होगा अंतिम संस्कार
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: कत्यूर घाटी के प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी ग्राम पाये (गरुड़) निवासी स्व. परमानंद पांडे की धर्मपत्नी मनोहरी देवी का निधन हो गया है। वह 90 वर्ष की थी। उनके निधन की खबर मिलते ही कत्यूर घाटी में शोक की लहर दौड़ गई।
स्वतंत्रता सेनानी स्व. परमानंद पांडे का आजादी के आंदोलन में महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है। उनका वर्ष 1990 में निधन हो गया था। उनकी स्मृति में ही राजकीय बालिका इंटर कालेज पाये का नाम रखा गया। उनकी धर्मपत्नी मनोहरी देवी ने शनिवार को पाये गांव स्थित अपने आवास में अंतिम सांस ली। उनके पौत्र ललित पांडे ने बताया कि रविवार को बागेश्वर में सरयू-गोमती संगम पर राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनके निधन पर कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास, विधायक सुरेश गड़िया, पूर्व विधायक ललित फर्सवाण, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष शिव सिंह बिष्ट, महामंत्री व सांसद प्रतिनिधि घनश्याम जोशी, ब्लाक प्रमुख हेमा बिष्ट, पूर्व प्रमुख भरत फर्सवाण, पाये की ग्राम प्रधान उमा भट्ट, मीडिया प्रभारी मोहनदा, स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकार संगठन के दीवान नेगी, डीएस नेगी, देवेंद्र नेगी, आनंद सिंह नेगी, मोहन चंद्र पंत, उमेश जोशी, विनोद भट्ट, गोपाल सिंह नेगी, व्यापार संघ के अध्यक्ष लक्ष्मी दत्त पांडे, भुवन पांडे, सुरेंद्र नेगी आदि ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
एसडीएम ने पाये पहुंच दी श्रद्धांजलि
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व परमानंद पांडेय की धर्मपत्नी के निधन पर प्रशासन की ओर से उपजिलाधिकारी आरके पाण्डेय ने उनके घर जाकर श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस दौरान भाजपा जिला महामंत्री घनश्याम जोशी, बार एसोसिएशन गरुड के अध्यक्ष एडवोकेट हरीश जोशी, उमेश पांडेय, गिरीश कोरंगा, व्यापार संघ अध्यक्ष लक्ष्मी दत्त पांडेय आदि मौजूद थे।