हल्द्वानी। महासंघ ‘आल इंडिया सेंट्रल कॉउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियंस (ऐक्टू)’ व भाकपा (माले) के आहृवान पर लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए अपने—अपने घरों में या जो जहां है 18-19 अप्रैल 2020 के ‘देशव्यापी प्रतिरोध’ का पालन करते हुए धरना, भूख हड़ताल की जा रही है।
भाकपा (माले) जिला सचिव डॉ. कैलाश पाण्डेय ने बताया कि, यह कार्यक्रम प्रवासी मजदूरों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित हो रहा है।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन मापदंडों को ध्यान मे रखते हुए केंद्र और राज्य सरकारों से प्रवासी श्रमिक चार्टर को लागू करने की मांग की जा रही है जिसके अनुसार प्रवासी श्रमिकों के लिये विशेष कार्य योजना घोषित करने, प्रवासी श्रमिकों की सुरक्षित घर वापसी के लिए मुफ्त विशेष परिवहन की व्यवस्था करें, प्रवासी मजदूरों सहित सभी मजदूरों को 10,000 रुपये का लॉकडाउन राहत भत्ते का भुगतान करें, सभी प्रवासी मजदूरों के वेतन और नौकरी की सुरक्षा सुनिश्चित करें, कोई वेतन कटौती और छंटनी नहीं की जाय, प्रवासी मजदूरों को उनके अभी के स्थान पर राशन, भोजन की होम डिलीवरी और वापसी तक स्वच्छ आश्रय की व्यवस्था करें और साथ ही अन्य असंगठित श्रमिकों के लिए भी व्यवस्था की जाय। प्रवासी मजदूरों के खिलाफ पुलिस दमन पर रोक लगाने की मांग की गई है।
हल्द्वानी ब्रेकिंग: वामपंथियों ने घर से शुरू की दो दिवसीय भूख हड़ताल, धरना
हल्द्वानी। महासंघ ‘आल इंडिया सेंट्रल कॉउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियंस (ऐक्टू)’ व भाकपा (माले) के आहृवान पर लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए अपने—अपने घरों…