— डीएम वंदना ने सीएमओं के दिए कई विशेष निर्देश
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: एक बार फिर कोरोना के नये वैरिएंट से मच रही हलचल को देखते हुए जिला प्रशासन अल्मोड़ा भी सावधान हो गया है। डीएम वंदना ने इसके लिए स्वास्थ्य महकमे को एक बार सतर्क कर दिया है। उन्होंने इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी को कई निर्देश दिए हैं।
जिलाधिकारी/जिला मजिस्ट्रेट वन्दना ने बताया कि भारत सरकार द्वारा प्रदत्त निर्देशों के क्रम में वर्तमान में विश्व के कई देशों में कोविड रोगियों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गयी है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 महामारी अभी भी दुनियाभर में एक सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती बनी हुई है। समय-समय पर नये वैरिएंट एक जन स्वास्थ्य समस्या के रूप में परिलक्षित होते रहते हैं, मौजूदा वेरिएंट की निगरानी करना महत्वपूर्ण है। जिलाधिकारी ने बताया कि आगामी माहों में शीत ऋतु के आगमन के साथ ही कोविड-19 वैरिएंट के साथ विभिन्न प्रकार की श्वसन तंत्र सम्बन्धित रोगों के संक्रमण की सम्भावना बढ़ती है। इसी क्रम में उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये कि अस्पताल आने वाले सभी श्वसन तंत्र सम्बन्धित रोगियों की कोविड-19 जांच की जाए और सभी रोगियों का विवरण अनिवार्य रूप से आईडीएसपी के तहत इन्टीग्रेटड हेल्थ इन्फोरमेंशन प्लेटफार्म पोर्टल में दर्ज की किया जाय। उन्होंने कहा कि आम जनमानस में कोविड-19 से बचाव के लिए जागरूकता लाई जाए तथा त्योहारों के सीजन में भीड़भाड़ वाले स्थानों पर लोगों को मास्क का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जाय।
उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये कि भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार कोविड-19 टीकाकरण कवरेज को बढ़ाया जाय। पूर्ण कोविड-19 टीकाकरण के लिए आम जनता का अनिवार्य रूप से टीकाकरण पूर्ण किया जाय तथा चिकित्सा ईकाइयों में कोविड-19 संक्रमित रोगियों के उपचार के लिए पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन सिलेण्डर, आक्सीजन कसंनट्रेटर, आक्सीजन बेड, वेंटिलेटर, आईसीयू बेड एवं जरूरी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाय। दैनिक रूप से राजकीय एवं निजी चिकित्सालयों में कोविड-19 संक्रमित भर्ती रोगियों की सूचना प्राप्त की जाय एवं रोगियों के स्वास्थ्य दशा में निरन्तर निगरानी करते हुए समीक्षा की जाय तथा यह भी सुनिश्चित किया जाय कि कोविड-19 संक्रमित रोगियों को ससमय पूर्ण उपचार प्राप्त हो।
उन्होंने निर्देश दिये कि हल्के लक्षण वाले कोविड-19 संक्रमित रोगियों को होम आईसोलेशन में ही उपचार प्रदान किया जाय एवं निरन्तर उनके स्वास्थ्य स्थिति की निगरानी की जाय। ऐसे रोगियों में किसी भी प्रकार के गम्भीर लक्षण होने पर शीघ्र ही उन्हें सम्बन्धित चिकित्सालय में संदर्भित किया जाय। उन्होंने निर्देश दिये कि कोविड-19 जांच के लिए आईसीएमआर भारत सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन किया जाय। उन्होंने निर्देश दिये कि कोविड-19 जॉच में आरटीपीसीआर द्वारा पॉजिटिव पाए गए सभी रोगियों के सैंपल whole Genome Sequence (WGS) जांच के लिए राजकीय दून मेडिकल कॉलेज को प्रेषित किये जाएं एवं WGS जांच के लिए प्रेषित सभी सैंपलों की सूचना अवश्य आईडीएसपी के अन्तर्गत Integrated Health Information Platform पोर्टल पर दर्ज किये जाय।