—फोरम से जुड़े शिक्षकों का विरोध—प्रदर्शन
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
टीचर एडुकेटर फोरम शिक्षक प्रशिक्षकों के पृथक कैडर की नियमावली प्रख्यापित नहीं होने पर कड़ी आपत्ति जताई है। नाराज शिक्षकों ने हाथ में काली पट्टी बांधकर विरोध जताया। जल्द मांग पूरी नहीं होने की दशा में आंदोलन की चेतावनी दी है।
फोरम से जुड़े लोग सोमवार को डायट परिसर में एकत्रित हुए। यहां नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया। वक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2012 से वर्तमान राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 तक जारी हुए विभिन्न दिशा—निर्देशों व शासनादेशों में शिक्षक प्रशिक्षण संवर्ग गठन को आवश्यक व अनिवार्य मानते हुए इसके शीघ्र गठन के लिए राज्य सरकार को निर्देशित किया है। इन निर्देशों के क्रम में उत्तराखंड राज्य द्वारा 2013 में शिक्षक प्रशिक्षण संवर्ग का शासनादेश निर्गत किया, लेकिन शासन एवं विभाग की टालमटोली एवं लापरवाही, निजी स्वार्थ व देहरादून में जमे रहने की प्रवृति के कारण इसकी नियमावली को वर्तमान तक प्रख्यापित नहीं किया जा सका है।
उन्होंने कहा कि नियमावली प्रख्यापित नहीं होने के बावजूद भी केंद्र पुरोनिधानित शिक्षा के अंतर्गत बजट प्राप्त करने के लिए वास्तविक तथ्यों को छुपाकर केंद्र से प्रतिवर्ष करोड़ों रुपये का बजट प्राप्त किया जा रहा है। जिसके भविष्य में घातक परिणाम हो सकते हैं। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद द्वारा भी शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों में निर्धारित मानकानुसार एवं शिक्षक प्रशिक्षण के लिए निर्धारित योग्यताधारी अभ्यर्थियों को नियुक्त करने के लिए निर्देशित किया जाता है। सुगम संस्थानों में ही स्थानान्तरण व पदस्थापन होने से दूरस्थ डायटों में कार्मिकों का लगातार अभाव बना हुआ है। इस मौके पर डॉ. प्रेम मावड़ी, डॉ. शैलेंद्र धपोला, रवि जोशी, कैलाश चंदोला, संदीप जोशी, बीपी पांडेय आदि शामिल थे।