सीएनई रिपोर्टर गरमपानी/सुयालबाड़ी
अल्मोड़ा—भवाली—हल्द्वानी राष्ट्रीय राजमार्ग अंतर्गत खैरना बाजार में स्थित वन विभाग के पुराने भवन को किन्हीं शरारती तत्वों ने आग के हवाले कर दिया। अग्निशमन वाहन, स्थानीय नागरिकों व विभाग के कार्मिकों ने बामुश्किल आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक व्यापक नुकसान हो चुका था। इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यहां खैरना बाजार में वन विभाग का एक पुराना भवन है, जो कि काफी समय से खाली पड़ा है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि अकसर यहां देर शाम असामाजिक व नशेड़ी किस्म के लोगों का जमावड़ा देखा गया है। आज अचानक तड़के सुबह करीब तीन बजे आस—पास के लोगों ने भवन से धुंआ उठता देखा। जब तक लोग बाहर आते तब तक पूरा भवन आग की लपटों में घिर गया। आनन—फानन में वन विभाग और फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। खैरना चौकी से पुलिस भी मौके पर पहुंच गयी। इस बीच नैनीताल से भी तीन अग्निशमन वाहन पहुंचे।
वन विभाग के वनबीट अधिकारी प्रेम सिंह मेहरा ने बताया कि वन विभाग के खाली पड़े भवन में आग की सूचना मिलते ही टीम मौके पर पहुंच गयी थी। बाल्टियों में पानी भरकर आग पर लगातार फेंका गया, लेकिन आग काफी फैल चुकी थी। बाद में नैनीताल से आये तीन अग्निशमन वाहनों की मदद से आग पर काबू पाया गया। उन्होंने बताया कि इस अग्निकांड में भवन को काफी नुकसान पहुंचा है।
इधर भवाली कोतवाली में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया है। इस मौके पर प्रकाश मेहरा, गोपाल मेहता, जसवीर सिंह, वन बीट अधिकारी प्रेम सिंह मेहरा, खैरना चौकी प्रभारी गुलाब सिंह कम्बोज, पूजा राणा, गोपाल सिंह नेगी, नन्दी पाण्डेय, प्रयाग जोशी, शंकर सिंह नेगी आदि मौजूद रहे। वन विभाग के इस खाली पड़े भवन में आग की वजह साफ नहीं हो पायी है। प्रथम दृष्टया यह किसी की शरारत ही प्रतीत होती है। उम्मीद है कि जल्द पुलिस जांच में पूरे मामले का खुलासा हो जायेगा।