उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय की 33वीं विद्या परिषद बैठक
सीएनई रिपोर्टर, हल्द्वानी: उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय (UOU), हल्द्वानी के शैक्षणिक और अनुसंधान क्षेत्र को मजबूती देने के उद्देश्य से आज विश्वविद्यालय मुख्यालय में 33वीं विद्या परिषद की महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। कुलपति प्रो. नवीन चंद्र लोहनी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में कुल 24 महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर गहन विचार-विमर्श किया गया और उन्हें सर्वसम्मति से आगामी वित्त समिति व कार्यपरिषद की बैठकों में अनुमोदन हेतु रखने की संस्तुति दी गई।
प्रमुख निर्णय एवं प्रस्ताव:
- दीक्षांत समारोह: विश्वविद्यालय के दशम दीक्षांत समारोह के आयोजन के प्रस्ताव को संस्तुति प्रदान की गई।
- व्यावसायिक शिक्षा: राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण परिषद (NCVET) से मान्यता प्राप्त पाठ्यक्रम “असिस्टेंट होटल स्टे मैनेजर (लेवल–5)” के लिए प्रशिक्षण पुस्तिका व दिशा-निर्देशों के प्रस्ताव को अनुमोदित किया गया, जिससे विद्यार्थियों को रोजगारपरक शिक्षा मिल सकेगी।
- अनुसंधान सशक्तिकरण:
- ‘शोध उपाधि अधिनियम–2023’ के तहत शोध निदेशकों की मान्यता संबंधी समिति की सिफारिशों को संस्तुति मिली।
- विश्वविद्यालय में अनुसंधान कार्यों को बढ़ावा देने के लिए एक ‘शोध संवर्द्धन परिषद (Research Promotion Council)’ की स्थापना का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया।
- महिला अध्ययन केंद्र पर आधारित शोध पत्रिका “विदुषी” के लिए नियमावली बनाने के प्रस्ताव पर भी संस्तुति दी गई।
- प्रोत्साहन योजनाएं: शोधार्थियों, विद्यार्थियों और शिक्षकों को प्रोत्साहित करने हेतु फैलोशिप व छात्रवृत्ति योजनाएँ आरंभ करने तथा शिक्षकों के लिए लघु शोध परियोजनाएँ प्रारंभ करने के प्रस्तावों पर विचार किया गया।
- अन्य अनुमोदन: CIQA, परीक्षा समिति, प्रवेश समिति, और विभिन्न अध्ययन बोर्डों की महत्वपूर्ण सिफारिशों को भी बैठक में अनुमोदित किया गया।
बैठक का संचालन कुलसचिव एवं सदस्य सचिव, श्री खेमराज भट्ट द्वारा किया गया। इसमें सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय, अल्मोड़ा और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली के बाह्य सदस्य ऑफलाइन शामिल हुए, जबकि डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा और दून विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ ऑनलाइन माध्यम से शामिल होकर अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिए।

