हल्द्वानी। नगर निगम द्वारा घर से बेदखल किए गए दंपति के धरने का आज 17वां दिन है। उनका कहना है कि उनके साथ नगर निगम द्वारा अन्याय किया गया है। आज जब विश्व में कोरोना महामारी के कारण विषम परिस्थितियां बनी हुई हैं ऐसे में बीमार पति और गर्भवती पत्नी को नगर निगम ने उनके पुश्तैनी घर से बाहर कर दिया है। पीड़ित परिवार की मांग है कि उन्हें उनका मकान वापस लिया जाए। उनका कहना है कि उनके जैसे और मकान गांधीनगर हल्द्वानी में हैं जिन पर नगर निगम द्वारा किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गई, उनका आरोप है कि उन्हें सुनियोजित तरीके से बेघर किया गया। अब पीड़ित की पत्नी का स्वास्थ्य भी लगातार बिगड़ रहा है, क्योंकि उसके डिलीवरी की तिथि नजदीक आ रही है।
लेकिन शासन व प्रशासन दोनों ही आंखें मूंद कर बेठे हैं। नगर निगम के मेयर जोगेंद्र सिंह रौतेला भी इस पर चुप्पी साधे हुए हैं, जबकि उनको प्रकरण का संज्ञान प्राप्त हो गया है। पीड़ित परिवार का कहना है कि जब तक हमें न्याय नहीं मिलता हम अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। आज धरना स्थल पर पहुंचे लोगों में पीड़ित सत्येंद्र कुमार उनकी पत्नी संगीता के साथ समीर, महेश, मनोज, मंजू आर्या, रमेश पवार, राजकुमार, दीपक आर्य, अनुज कुमार, आदि लोग उपस्थित थे। समीर, महेश, मनोज, मंजू आर्या, रमेश पवार, राजकुमार, दीपक आर्य, अनुज कुमार, आदि लोग उपस्थित थे।