⏩ गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई और गोल्डी बरार के नाम पर आये सेटेलाइट फोन
सीएनई रिपोर्टर
गत दिवस काशीपुर में गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई और गोल्डी बरार के नाम पर तीन बड़े सराफा कारोबारियों को फोन कर एक करोड़ से अधिक की रंगदारी मांगी गई है। इस घटना के बाद से हड़कंप मच गया है।
दरअसल, यह सेटेलाइट फोन पूर्व व्यापार मंडल अध्यक्ष दीपक वर्मा के भाई पुरुषोत्तम वर्मा (श्री गुरु ज्वैलर्स), आनंद ज्वैलर्स के स्वामी विवेक वर्मा और अशोक ज्वैलर्स के स्वामी गौरव अग्रवाल को अलग-अलग समय पर धमकी भरे फोन आये और उनसे तगड़ी रंगदारी मांगी गई। रकम बैंक खाते में जमा नहीं किये जाने पर ज्वैलर्स को जान से मारने की धमकी दी गई है।
बताया जा रहा है कि सबसे पहले मंगलवार शाम 4 बजकर 40 मिनट पर पुरुषोत्तम वर्मा को सेटेलाइट फोन से कॉल आई। कॉलर ने खुद को गोल्डी बरार गिरोह से जुड़ा हुआ बताते हुए 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी। उसने रुपये की डिमांड करते हुए कहा कि वह शाम तक खाते का नंबर भेज रहा है। खाते में रकम डाल दो अन्यथा इसका बुरा अंजाम भुगतना होगा। इसके बाद शाम 4:52 बजे मुख्य बाजार के आनंद ज्वैलर्स के स्वामी विवेक वर्मा को भी सेटेलाइट फोन से कॉल आई। कॉलर ने उन्हें 30 लाख रुपये का इंतजाम करने को कहा। कॉलर ने अपना नाम लॉरेंस विश्नोई बताया और कहा कि वह पंजाब जेल से बोल रहा है। यह भी कहा कि काशीपुर में गोली चल जायेगी। यदि जान प्यारी है तो 30 लाख का इंतजाम शाम तक कर लेना। सराफ ने जब यह कहा कि वह तो रुद्रपुर रहता है और कपड़े की दुकान पर काम करता है। इस पर कॉलर ने उसके साथ अभद्रता करते हुए कहा कि वह उसके बारे में सब जानता है, इसलिए वह झूठ बोलने की कोशिश नहीं करे।
इसके बाद शाम 5 बजकर 07 मिनट पर इसी नंबर से मेन बाजार निवासी अशोक ज्वैलर्स के स्वामी गौरव अग्रवाल को भी सेटेलाइट कॉल आई। उसने भी 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई। कॉलर ने बताया कि वह पंजाब की मोगा जेल से बोल रहा है। इधर घटना के बाद तमाम व्यापारी कोतवाली पहुंचे और एसपी चंद्रमोहन सिंह सुरक्षा की गुहार लगाई। जिस पर एसपी ने तीनों व्यापारियों को सुरक्षा कर्मी उपलब्ध कराने का भरोसा दिया है।
बता दें कि व्यापारी नेता दीपक वर्मा पर आज से चार साल पहले भी कातिलाना हमला हो चुका है। उन्हें नवंबर 2017 में रंगदारी के लिए धमकी मिली थी और 12 जुलाई 2018 को रात करीब आठ बजे जब वह अपनी दुकान से घर लौट रहे थे तो इसी दौरान अज्ञात बदमाशों द्वारा उन पर फायर भी किया गया था। इस मामले का भी आज तक खुलासा नहीं हो सका है।