नई दिल्ली| दुनिया की सबसे उम्रदराज़ महिला ल्यूसिल रैंडन का मंगलवार को 118 साल की उम्र में निधन हो गया है। रैंडन को सिस्टर आंद्रे के नाम से जाना जाता था। जानकारी के मुताबिक रैंडन का जन्म 11 फरवरी 1904 को दक्षिणी फ्रांस में हुआ था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक एक प्रवक्ता डेविड तावेल्ला ने कहा कि दुनिया की सबसे बुजुर्ग व्यक्ति फ्रांसीसी नन ल्यूसिल रैंडन का निधन हो गया है। प्रवक्ता ने कहा कि टॉलन में उनके नर्सिंग होम में उनकी नींद में मृत्यु हो गई। सेंट-कैथरीन-लेबौरी नर्सिंग होम के प्रवक्ता तवेल्ला ने कहा कि यह काफी दुखद है। लेकिन रैंडन की यही इच्छा थी कि वह अपने प्यारे भाई से मिलें। उनके लिए यह एक तरह से मुक्ति है।
जानकारी के मुताबिक जापान की केन तनाका की पिछले साल 119 वर्ष की आयु में मृत्यु हो गई थी। इसके बाद रैंडन सबसे ज्यादा उम्रदराज थीं। रैंडन का जन्म तब हुआ था जब न्यूयॉर्क ने अपना पहला सबवे खोला था और जब टूर डी फ्रांस का केवल एक बार मंचन किया गया था। रैंडन ने 1944 में 40 वर्ष की आयु में एक कॉन्वेंट में एंट्री से पहले एक गवर्नर और ट्यूटर के रूप में काम किया। वह 1979 से नर्सिंग होम में और 2009 से टूलॉन होम में थीं।
हाल ही में रैंडन ने कहा था कि लोग कहते हैं कि काम मारता है, लेकिन मेरे लिए काम ने मुझे जीवित रखा। मैं 108 साल की उम्र तक काम करती रही। ल्यूसिल रैंडन 2021 में कोविड पॉजिटिव हो गईं थी, इसके बाद भी वह बच गई, जो दुनिया भर के लोगों के लिए आशा का प्रतीक बन गई थीं।
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