रहस्य : कहां लापता हो गये RSS संगठन मंत्री डॉ. सुकुमार ! अनिष्ठ की आशंका
- हर कोई चिंतित, यहां मिली है अंतिम लोकेशन
सीएनई रिपोर्टर, देहरादून
दिल्ली से देहरादून के लिए 05 रोज पहले निकले राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के संगठन मंत्री डॉ. सुकुमार सत्यनारायण करे का अब तक कुछ पता नहीं चल पाया है। उनकी अंतिम लोकेशन टिहरी जिले के देवप्रयाग में मिली थी, जिसके बाद से उनका फोन लगातार स्विच आफ मिल रहा है। किसी अनिष्ठ की आशंका से पुलिस व प्रशासन भी सकते में है।
ज्ञात रहे कि महाराष्ट्र के नागपुर के रहने वाले डॉ. सुकुमार की गुमशुदगी देहरादून जीआरपी थाने में दर्ज है। तब से पुलिस व जीआरपीट की टीम उन्हें लगातार तलाश रही है। आपको बता दें कि आरएसएस के संगठन मंत्री डॉ. सुकुमार गत 08 दिवसंब को शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन से निकले थे, लेकिन वह आज की तारीख तक देहरादून नहीं पहुंचे हैं।
संगठन के कार्यकर्ताओं के अनुसार उनका मोबाइल स्विच ऑफ आ रहा है। कार्यकर्ताओं द्वारा भी उनकी काफी तलाश की जा चुकी है। आरएसएस के प्रांत प्रचारक अनंत प्रकाश मेहरा ने गत 10 दिसंबर को देहरादून जीआरपी (गवर्नमेंट रेलवे पुलिस) थाने में उनकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
जीआरपी थानाध्यक्ष टीएस राणा के अनुसार डॉ. सुकुमार देहरादून से पूर्व हरिद्वार में ही किन्हीं कारणों से उतर गए थे, जहां से वह सीधे देवप्रयाग चले गए। उनके मोबाइल की आंखिरी लोकेशन भी देवप्रयाग ही बता रही है। हालांकि देवप्रयाग में भी उनका कुछ पता नहीं लग पाया हैं। उन्होंने बताया कि बस स्टेशन में लगे सीसीटीवी कैमरे में डॉ. सुकुमार एक स्थान पर टहलते हुए दिखायी दे रहे हैं। लोगों का यह भी कहना है कि वह रघुनाथ मंदिर के प्रांगण में रुक गए थे, लेकिन वहां से कहां गये यह पता नहीं चल पाया है।
इधर संगठन के सह जिला संयोजक सुरेश कोटियाल के अनुसार संघ की 09 दिसंबर को Online हुई प्रांत बैठक में डॉ. सुकुमार करे की लापता होने की सूचना उन्हें मिली। जिला संयोजक ने बताया कि 10 दिसंबर की सुबह जब वह रोज की तरह देवप्रयाग संगम पर आयोजित होने वाली RSS शाखा में भाग करने जा रहे थे, तो उन्हें रघुनाथ मंदिर में एक व्यक्ति मिला, जिसने उनसे ऋषिकेश जाने वाली बस के बारे में पूछा। लेकिन कुछ घंटे बाद जब उनके पास लापता डॉ. सुकुमार की फोटो पहुंची तो वह चौक गए,उन्हें मंदिर में जो व्यक्ति मिले थे वह ही डा. करे थे। उसके बाद उन्होंने देवप्रयाग में उनकी काफी तलाश की, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चल पाया।