उत्तराखंड का चमोली जिला भी अपने आप में खास है, अपनी अविश्वसनीय प्राकृतिक सुंदरता और देवताओं का निवास, ‘चिप्को आंदोलन’ का जन्मस्थान। पर्यटकों के लिए यहां घूमने के लिए कई पर्यटन स्थल है। आइए जानते हैं।

चमोली जिलें में पर्यटकों के घूमने के लिए कई पर्यटन स्थल है, आइए जानते इनमें से 15 प्रमुख पर्यटन स्थल के बारे में।

फूलों की घाटी, बद्रीनाथ मंदिर, माणा गांव, औली, हेमकुंड साहिब, गोपेश्वर, कर्णप्रयाग, जोशीमठ, विष्णुप्रयाग,  , ब्रह्मताल ट्रेक, कल्पेश्वर, वसुंधरा जलप्रपात, रुद्रनाथ, गोविंदघाट शामिल हैं।

चमोली में भारत-तिब्बत सीमा पर भारत का पहला गांव माणा है। हालांकि पहले माणा गांव को भारत का आखिरी गांव भी कहा जाता था। 24 अप्रैल 2023 को माणा के प्रवेश द्वार पर ‘भारत का प्रथम गांव’ का साइन बोर्ड लगा।

चमोली में फूलों की घाटी और बायोस्फीयर रिजर्व नंदा देवी जैसी प्राचीन सुंदरता का हिस्सा है, यहां ट्रेकिंग अभियानों का एक अनूठा अनुभव होता है।

चमोली उत्तराखंड राज्य में स्थित है। यह राजधानी दिल्ली से 439 किलोमीटर और देहरादून शहर से 250 किलोमीटर दूर स्थित है।

कैसे पहुंचें चमोली ? | How to reach Chamoli?

चमोली से 222 किमी की दूरी पर देहरादून का जॉली ग्रांट हवाई अड्डा स्थित है। यह राजधानी दिल्ली से दैनिक उड़ानों के साथ जुड़ा हुआ है। जौली ग्रांट हवाई अड्डे से टैक्सी से चमोली पहुंच सकते है।

हवाई मार्ग से

चमोली सड़क मार्ग से भी जुड़ा हुआ है। ऋषिकेश और श्रीनगर के लिए दिल्ली के आईएसबीटी कश्मीरी गेट से बसें उपलब्ध हैं। चमोली एनएच 58 में स्थित है जिससे यह आसानी से पंहुचा जा सकता है।

सड़क मार्ग से

ऋषिकेश रेलवे स्टेशन चमोली से 202 किमी दूर स्थित है। यह भारत के प्रमुख स्थलों के साथ रेलवे नेटवर्क से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। राजधानी दिल्ली से ऋषिकेश देहरादून के लिए ट्रेन चलती है।

रेल मार्ग से

फूलों की घाटी देखनी हो या बर्फ से लदे पहाड़ सर्दियों में चमोली जाए। लेकिन गर्म कपड़े ले जाना न भूले। हालांकि आदर्श महीने अक्टूबर से मार्च तक हैं। इन दिनों मौसम खुशनुमा बना रहता है।