गौचर उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले में स्थित एक नगर है। यह अलकनंदा नदी के किनारे बसा हुआ है और यहां से राष्ट्रीय राजमार्ग-7 गुजरता है व श्री बद्रीनाथ धाम के प्रसिद्ध पवित्र गंतव्य के रास्ते में है।
यह देश के सबसे स्वच्छ स्थानों में से एक होने के लिए जाना जाता है। समुद्र तल से 800 मीटर (2,620 फीट) की ऊंचाई पर स्थित गौचर सात पहाड़ों से घिरा हुआ है।
गौचर अपने ऐतिहासिक व्यापार मेले और हवाई पट्टी के लिए जाना जाता है। यह शहर अपनी भौगोलिक स्थिति और स्थलाकृति के मामले में अद्वितीय है।
गौचर (Gauchar) उत्तराखंड राज्य के इस पहाड़ी क्षेत्र में समतल भूमि के सबसे बड़े टुकड़ों में से एक पर स्थित है।
उत्तराखंड का गौचर मेला राज्य के कोने-कोने से स्थानीय लोगों और व्यापारियों के लिए एक बड़ा आकर्षण है। हर साल 14 नवंबर को आयोजित होने वाला गौचर मेला मूल रूप से एक औद्योगिक और पारंपरिक मेला है।
1998-2000 में गौचर में 4,000 फीट की हवाई पट्टी का निर्माण किया गया और बाद में इसे उन्नत किया गया। आपात स्थिति के दौरान यह बहुत महत्वपूर्ण हवाई अड्डा है।
जून 2013 में उत्तराखंड में आई विनाशकारी बाढ़ के बाद बचाव और राहत प्रयासों के लिए गौचर हवाई अड्डा एक महत्वपूर्ण मंचन क्षेत्र था।
8 फरवरी 2020 से सरकार ने भारत सरकार की UDAN योजना के तहत देहरादून से गौचर के लिए एक हेलीकॉप्टर सेवा शुरू की।
जो गढ़वाल क्षेत्र की पहाड़ियों में रहने वाले लोगों को उत्तराखंड की राजधानी से जोड़ने में मदद करती है।