हिंदू धर्म में कई तरह के व्रत का पालन किया जाता है। कुछ व्रत में फलाहार करने की सलाह दी जाती है। इनमें से एक नवरात्रि भी है।
इस फास्ट के दौरान लोग फलहार करते हैं और रेगुलर नमक को छोड़ सेंधा नमक का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में यहां जानिए व्रत में क्यों होता है इस नमक का इस्तेमाल और क्या हैं इसके फायदे।
सेंधा नमक का इस्तेमाल अक्सर पूजा का खाना पकाने में किया जाता है। इस नमक को शाकाहारी नमक माना जाता है क्योंकि यह समुद्री जल का इस्तेमाल करके नहीं बनाया जाता।
यह नमक सभी हिंदू व्रतों में खाया जाता है, खासकर नवरात्रि और एकादशी के दौरान। नवरात्रि के दौरान लोग एक स्ट्रिक्ट डायट को फॉलो करते हैं।
ऐसे में सेंधा नमक शरीर के इलेक्ट्रोलाइट्स को रीस्टोर करता है और पीएच का बैलेंस बनाए रखता है। यह ब्लड फ्लो और मिनरल्स बैलेंस को बढ़ाकर शरीर से टॉक्सिन को निकालता है और जमा रिफाइंड नमक खत्म करता है।
इसे खाने से शरीर को कई तरह के फायदे मिलते हैं, जैसे- सेंधा नमक का इस्तेमाल करने से आपके शरीर का मेटाबॉलिज्म बूस्ट किया जा सकता है।
इसके अलावा ये बॉडी फंक्शनिंग को भी सुधार सकता है। सेंधा नमक सभी जरूरी मिनरल्स देता है और शरीर के इम्यून सिस्टम में काफी सुधार करता है।
सेंधा नमक इंसुलिन को फिर से एक्टिव करने में मदद करता है, ऐसे में आपका मीठा खाने का कम मन करता है। ऐसे में इसे खाने से आपको वजन घटाने में भी मदद मिलती है।
इसके अलावा ये स्ट्रेस लेवल को कम करता है और नींद को बेहतर बनाता है। हेल्थ के साथ ही ये स्किन के लिए भी काफी फायदेमंद हो सकता है।
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सेंधा नमक के कई फायदे हैं, लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हैं। इसका पूरी तरह से इस्तेमाल करने से आयोडीन की कमी हो सकती है। इसे ज्यादा खाने से हाई ब्लड प्रेशर, थकान और मांसपेशियों में कमजोरी हो सकती है।