सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर

बागेश्वर के स्व. पत्रकार जगमोहन पांडेय एवं शहीद रमेश परिहार ने नाम से बना बागेश्वर-गिरेछीना मोटरमार्ग बदहाली के आसूं बहा रहा है। सड़क में डामर उखड़ चुका है और जगह-जगह गड्ढे बन चुके है, जिससे वाहन चालकों और यात्रियों को दिक्कतों से जूझना पड़ रहा है। लंबे समय से मार्ग की अनदेखी से झल्लाए क्षेत्र के ग्रामीणों ने आज अनदेखी के खिलाफ सांकेतिक प्रदर्शन किया और जल्द सड़क ठीक नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी। उधर भंतोला-ऐराड़ी सड़क में 11 वर्ष बाद भी डामरीकरण नहीं हो सका है। जिससे आक्रोशित ग्रामीणों ने विभाग के खिलाफ प्रदर्शन कर जल्द सड़क में डामरीकरण कराने की मांग की।
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गिरेछीना मोटरमार्ग पर अमसरकोट तक विभाग ने डामरीकरण किया, लेकिन आगे का काम छोड़ दिया। जिसके कारण धारी से आगे की सड़क बदहाल पड़ी है। ग्रामीणों ने बताया कि बागेश्वर से सोमेश्वर जाने के लिए इस मार्ग का अधिक उपयोग होता है। इसके बाजवूद धारी से आगे सड़क की बदहाली को देखने वाला कोई नहीं है। ग्रामीणों ने चौहना गांव में सड़क पर सांकेतिक जाम लगाया और विभाग के खिलाफ नारेबाजी कर जल्द सड़क के गड्ढे भरने की मांग की। इस मौके पर पूर्व ग्राम प्रधान चौहना बहादुर सिंह, रणजीत सिंह, महेंद्र सिंह, जगदीश सिंह, चंद्र सिंह, रमेश सिंह व कमल सिंह आदि मौजूद रहे।
सौभाग्य से बच गई जच्चा—बच्चा की जान
गिरेछीना मोटरमार्ग की बदहाली के चलते रविवार की रात एक प्रसव पीड़िता को अस्पताल ले जाने में सड़क की दुर्दशा के कारण काफी विलंब हो गया और अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसका जंगल में प्रसव हो गया। सौभाग्य से जच्चा—बच्चा की जान बच गई। सड़क में गड्ढों के कारण विलंब हो रहा है और सवारियों को हिचकोले खाने पड़ रहे हैं। गढ़िया तोक निवासी पूजा देवी पत्नी विक्रम सिंह को रविवार की रात प्रसव पीड़ा लगी। रात को नौ बजे परिजन उसे लेकर अस्पताल को रवाना हुए। महिला के साथ में आशा कार्यकर्ता तारा देवी भी थी। करीब साढ़े दस बजे धारी से कुछ नीचे आकर नैलगाड़ा मोड़ पर महिला की पीड़ा बढ़ी और आशा कार्यकर्ता ने वहीं पर महिला का प्रसव कराया। जिसके बाद महिला और बच्चे को अस्पताल लाया गया। सीमी-नरगोल के सामाजिक कार्यकर्ता चंद्रशेखर पांडे ने कहा कि महिला की जान को खतरा भी हो सकता है।
भंतोला—ऐराड़ी सड़क को लेकर प्रदर्शन
भंतोला-ऐराड़ी सड़क में 11 वर्ष बाद भी डामरीकरण नहीं होने से नाराज होकर मंगलवार को ग्रामीणों ने सड़क पर खड़े होकर विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। ग्रामीणों ने बताया कि कमेड़ीदेवी-स्यांकोट मोटर मार्ग से कटी भंतोला-ऐराड़ी सड़क का निर्माण 2009 में हो गया था। कटान के बाद से ही ग्रामीण मोटर मार्ग में सोलिंग और डामरीकरण की मांग कर रहे हैं। कई बार विभाग को ज्ञापन देने के बाद भी समस्या जस की तस है। ग्रामीणों का कहना है कि तीन किमी लंबी सड़क तल्ला भंतोला, ऐराड़ी, मंगरु भंतोला को जोड़ती है। बारिश के दौरान सड़क पानी और कीचड़ से भर जाती है। जिसके कारण पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है।स्कूली बच्चे भी परेशान रहते हैं। इस मौके पर पूर्व प्रधान चंद्रा जोशी, अंबुली देवी, हयात सिंह धामी, ख्याली चंद्र जोशी, हयात सिंह धामी, श्याम दत्त जोशी, खुशाल राठौर आदि मौजूद रहे।
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