रामनगर : हाथरस पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए सड़कों पर उतरा वाल्मीकि समाज
रामनगर। उत्तर प्रदेश के हाथरस क्षेत्र में बेटी के साथ हुई घटना व निर्मम हत्या के विरोध में वाल्मीकि समाज के सैकड़ों लोगों ने सड़कों पर उतर कर घटना के विरोध में जुलूस और प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया। उसके बाद एसडीएम विजय नाथ शुक्ल के माध्यम से देश के राष्ट्रपति को 3 सूत्रीय मांग पत्र का ज्ञापन भेजा। वही सफाई कर्मचारी महासंघ उत्तराखंड के आवाहन पर नगर के सफाई कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार किया।
शनिवार को नगर पालिका में एकत्रित वाल्मीकि समाज के लोगों ने पूर्व नगर पालिका सभासद अश्वनी सिद्धार्थ और हरलाल के नेतृत्व में उक्त घटना के विरोध में नगर के मुख्य बाजार से जुलूस प्रदर्शन करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। और कहा कि मामले में लीपापोती करने वाले पुलिस अधिकारी के खिलाफ कारवाई की जाए। राष्ट्रपति को भेजे ज्ञापन में समाज के लोगों ने कहा कि उक्त मामले की सीबीआई जांच कराई जाए तथा दोषियों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर फांसी दी जाए तथा मामले में लापरवाही करने वाले उच्चाधिकारियों के साथ ही संबंधित कोतवाली थाने के जिम्मेदार अधिकारियों का पुलिसकर्मियों को निलंबित कर उनके विरुद्ध सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाए।
उन्होंने कहा कि वाल्मीकि समाज तथा बेटियों की सुरक्षा को लेकर व उनकी भावनाओं को समझते हुए शीघ्र ही इस मामले में कार्रवाई कर भविष्य में इस प्रकार की पुनरावृति ना हो इसके लिए सरकार को निर्देश देने के साथ ही आवश्यक कार्रवाई की जाए मांगे पूरी ना होने पर समाज के लोगों ने संपूर्ण देश में जन आंदोलन करने का भी ऐलान किया है। इस दौरान पूर्व सभासद अश्वनी सिद्वार्थ, भावना सिद्धार्थ, रवि, मुकेश, मोहित वाल्मीकि, मालती, सुषमा, बादल, रजनीश, सुनीता, बंटी वाल्मीकि, हेम भट्ट व आशा बिष्ट सहित कई लोग मौजूद रहे।