👉 बागेश्वर में मेले के शुभारंभ मौके पर वर्चुअली बोले मुख्यमंत्री
👉 मेला सामाजिक समरसता को प्रगाढ़ बनाने का काम करेगा
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि संस्कृति के संरक्षण में मेलों की महत्वपूर्ण भूमिका है। कुमाऊं की काशी बागनाथ की नगरी बागेश्वर में लगने वाले प्रसिद्ध उत्तरायणी मेले के सांस्कृतिक एवं धार्मिक महत्व के साथ ही राजनैतिक महत्व भी है। श्री धामी ने वर्चुअल तरीके से मेले के शुभारंभ मौके पर यह बात कही। रविवार को ऐतिहासिक उत्तरायणी मेले का शुभारंभ सांसद अजय टम्टा, जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देव, विधायक पार्वती दास व सुरेश गढ़िया एवं जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने संयुक्त रुप से रिबन काटकर व दीप प्रज्वलित कर किया।
मेले के उद्घाटन मौके पर मुख्यमंत्री धामी ने वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयास से राज्य में मानसखंड और केदारखंड को विश्व पटल पर लाया गया है। उन्होंने कहा कि इस बार की मकर संक्रांति और माघ माह खास है, क्योंकि इस बार अयोध्या में बहुप्रतीक्षित राम विराजमान हो रहे हैं। सीएम बोले कि अन्य कार्यक्रमों के पूर्व नियोजित होने और शासकीय कार्यों की व्यस्तता के चलते वह मेले में नहीं पहुंच सके। उन्होंने कहा कि उत्तरायणी मेले ने लोगों को जोड़ने का कार्य किया है। मकर संक्रांति के पावन अवसर पर पतित पावनी सरयू नदी में त्रिमाघी स्नान का खास महत्व रहा है। साथ पौराणिक बागनाथ मंदिर में प्राचीनकाल से पूजा अर्चना का विशेष धार्मिक महत्व है। उन्होंने कहा कि यह मेला राष्ट्र और संस्कृति को प्रत्यक्ष रुप से जानने का अवसर प्रदान करने वाला है। उन्होंने उम्मीद जताई कि निश्चित रुप से हमारी भावी पीढ़ी के लिए यह मेला सामाजिक समरसता को प्रगाढ़ बनाने का काम करेगा।
बीडी पांडे को किया याद
सीएम ने अपने संबोधन में स्वतंत्रता सेनानी बद्री दत्त पांडे समेत कई सेनानियों को नमन किया और कहा कि उनकी प्रेरणा से कुली बेगार जैसी कुप्रथा का अंत हुआ। मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड राज्य को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए हर व्यक्ति से योगदान देने तथा स्वच्छता को संस्कार में अपनाने की अपील जनता से की।
राम मंदिर बनेगा देश का गौरव: अजय
मेले के शुभारंभ मौके पर सांसद अजय टम्टा ने कहा कि सरयू बगड़ की क्रांति का अलग महत्व है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश विश्व की ताकत बन रहा है। इस बार राम मंदिर का बनना देश के लिए गौरवपूर्ण क्षण है। इस दौरान सांसद ने राज्य में खेल की अलख जगाने के लिए बागेश्वर से निकली ध्वज रैली को ध्वज सौंपकर रवाना किया। राज्य स्तरीय बैडमिंटन प्रतियोगिता के खिलाड़ियों को भी सम्मानित किया।
उत्तरायणी मेला हमारी धरोहर: देव
जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देव ने कहा कि मेले हमारी धरोहर हैं। इन्हें संजोए रखना सभी का दायित्व है। उन्होंने कहा कि बागेश्वर का आजादी के संघर्ष में बड़ा योगदान रहा है और कुली बेगार प्रथा का समापन इसी बागनाथ की भूमि में सरयू गोमती के संगम पर हुआ था। कपकोट के विधायक सुरेश गढ़िया व विधायक पार्वती दास ने कहा कि यह मेला महज पौराणिक ही नहीं बल्कि इसका बहुत बड़ा धार्मिक एवं ऐतिहासिक महत्व है।
जिलाधिकारी दीं शुभकामनाएं
जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने नुमाईशखेत में लगे विभिन्न स्टालों का निरीक्षण किया और उत्तरायणी पर्व की शुभकामनाएं दीं। यह स्टाल विभिन्न विभागों ने लगाए हैं। जिनके माध्यम से मेलार्थियों को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी जा रही है।