सीएनई रिपोर्टर
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज का दिन भी अपने पैतृक आवास में पौड़ी के यमकेश्वर ब्लॉक स्थित अपने गांव पंचूर में बिताया।
इस दौरान उनकी सादगी देख तमाम लोग अचंभित रह गये। क्या बच्चे, क्या बूढ़े—बुजुर्ग सभी के योगी आदित्यनाथ इतनी सरलता से पेश आये कि अगर मीडिया में उन्होंने योगी की तस्वीरें नहीं देखी होती तो शायद यह पहचान ही नहीं पाते कि यह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और भाजपा के सबसे कद्दावर नेताओं में शामिल योगी आदित्यनाथ हैं।
खास बात यह रही कि गत रात्रि मंगलवार को योगी अपने घर के उसी कक्ष में सोए, जहां उनका जन्म हुआ था। यही नहीं, उन्होंने घर के भीतर एक भी सुरक्षा कर्मियों को दाखिल होने नहीं दिया, क्योंकि वह नहीं चाहते कि यहां कोई उन्हें वीआईपी समझे। वहीं, योगी से मिलने देहरादून, ऋषिकेश, कोटद्वार, पौड़ी गढ़वाल और अन्य इलाकों से बड़ी संख्या में उनके पारिवारिक सदस्य भी पहुंचे और उन्होंने योगी के साथ फोटो भी खिंचवाई। यमकेश्वर मंदिर में उन्होंने पूजा भी की।
योगी गांव में अपने भाई महेंद्र सिंह बिष्ट के बेटे के मुंडन संस्कार में भी शामिल हुए। आज बुधवार की सुबह योगी आदित्यनाथ गांव के भ्रमण पर भी निकले। इस दौरान उन्होंने तमाम बुजुर्गों का बड़ी शालीनता से अभिवादन किया। इस दौरान काफी संख्या में नन्हे—मुन्ने बच्चे भी उनको घेरे हुए दिखे। सभी बच्चों को उन्होंने खाने के लिए चॉकलेट भी दी।
ज्ञात रहे कि इससे पूर्व जब मंगलवार को पहली बार अपने पैतृक गांव यमकेश्वर के पंचूर पहुंचे। तो सर्वप्रथ्म उन्होंने पंचूर से करीब तीन किमी दूर बिथ्याणी स्थित महायोगी गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय परिसर में उन्होंने अपने गुरु महंत अवेद्यनाथ की प्रतिमा का अनावरण किया। अनावरण कार्यक्रम के बाद अब वह अपनी मां सावित्री देवी से और परिजनों से मिलने घर भी पहुंचे।