कोटद्वार| तुर्किये में छह फरवरी को आए भूकंप में कोटद्वार निवासी एक युवक भी लापता है। छह फरवरी की सुबह से आज तक उसका कुछ पता नहीं चला है। युवक के लापता होने से परिजन परेशान हैं। उन्होंने जिला प्रशासन, विधानसभा अध्यक्ष और मुख्यमंत्री से उसे खोजने की गुहार लगाई है।
बुधवार को तुर्किये में लापता हुए युवक के बड़े भाई अन्य परिजनों के साथ कोटद्वार तहसील पहुंचे। उन्होंने उसके भाई के तुर्किये के मलबे में तब्दील हुए होटल से लापता होने की लिखित सूचना दी। तहसील पहुंचे जयहरीखाल ब्लॉक के ग्राम दकसुण, हाल निवासी नेगी चौक कोटद्वार निवासी अरुण कुमार गौड़ ने बताया कि उसका छोटा भाई विजय कुमार गौड़ (36) पुत्र स्व. रमेश चंद्र गौड़ बेंगलुरू की ऑक्सीप्लांट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में नौकरी करता है। 22 जनवरी को वह कंपनी के काम से तुर्किये गया था। जहां वह तुर्किये के ‘होटल अवसर’ में रुका हुआ था। छह फरवरी की सुबह 4 बजे आए भूकंप में उक्त होटल ध्वस्त हो गया है।
छह फरवरी को जब उन्होंने टीवी पर तुर्किये में भूकंप आने की खबर देखी तो उन्हें भाई की चिंता हुई। उन्होंने फोन लगाया तो किसी ने फोन रिसीव नहीं किया। बाद में टीवी पर प्रसारित खबरों से पता चला कि जिस होटल में उनका भाई विजय रुका हुआ था, वह भी भूकंप से धराशायी हो गया है। तब से उसका कहीं पता नहीं चल रहा है। उसके फोन पर घंटी जा रही है, लेकिन कोई फोन रिसीव नहीं कर रहा है।
तुर्किये स्थित भारतीय दूतावास से कई बार संपर्क किया, लेकिन उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं मिल रही है। कहा कि उसके भाई की पत्नी और एक छह साल का बेटा है। बताया कि भाई से पांच फरवरी को बात हुई थी। उसने 20 फरवरी को वापस आना था।
भाई की जानकारी नहीं मिलने के कारण उनकी मां समेत पूरा परिवार परेशान है। उन्होंने एसडीएम कोटद्वार प्रमोद कुमार, विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र भेजकर उनके भाई को खोजने में मदद करने की गुहार लगाई है। जिलाधिकारी पौड़ी के माध्यम से विदेश मंत्रालय से कोटद्वार के युवक विजय के तुर्किये से लापता होने की जानकारी जुटाई जाएगी।
ताजा अपडेट : तुर्किये और सीरिया में भूकंप
इधर तुर्किये और सीरिया में भूकंप से हालात बदतर होते जा रहे हैं। अब तक कुल 11,719 लोगों की मौत हो चुकी है। घायलों की संख्या 40 हजार के करीब हो गई है। दोनों देशों की मदद के लिए 70 से भी ज्यादा देश आगे आए हैं। भारत भी ‘ऑपरेशन दोस्त’ के तहत मदद भेज रहा है। दरअसल, टर्किश और हिंदी भाषा में ‘दोस्त’ शब्द का इस्तेमाल होता है, इसलिए इस ऑपरेशन का नाम दोस्त रखा गया है।
वहीं, भारत के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि तुर्किये में भूकंप आने के बाद से ही एक भारतीय नागरिक लापता है। साथ ही तुर्किये के दूर-दराज के इलाकों में 10 भारतीय फंसे हुए हैं। इन्हें रेस्क्यू करने की कोशिश की जा रही है।
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