भालू के हमले में तीन महिलाएं घायल, हाथ—पांव—सर में गम्भीर चोटें, हायर सेंटर रेफर

सीएनई रिपोर्टर, उत्तरकाशी
यहां दो अलग—अलग घटनाओं में भालू के हमले में तीन महिलाएं गम्भीर रूप से घायल हो गई। भालू ने अपने तीखे नाखूनों से उनके सर व पीठ पर जबरदस्त प्रहार किया, जिससे वह लहूलुहान हो गईं। तीनों घायल महिलाओं को निकटवर्ती स्वास्थ्य केंद्र भर्ती किया गया और वहां से हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह घटना उत्तरकाशी जनपद की है। पहली घटना में मोरी के दूरस्थ गांव लिवाड़ी में 02 महिलाएं रेशमा देवी और विधा देवी अपनी गौशाला में काम कर रही थीं। तभी अचानक एक भालू ने उन पर प्राणघातक हमला कर दिया। भालू के हमले में दोनों महिलाओं के चेहरे और हाथ पैर पर गम्भीर चोटें आई हैं। महिलाओं द्वारा शोर मचाने पर ग्रामीण वहां आये और फिर भालू वहां से भाग गया। ग्रामीणों ने दोनों महिलाओं को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मोरी पहुंचाया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।
वहीं दूसरी घटना नौंगांव विकासखंड के भंकोली गांव में हुई। यहां गांव के निकट ही मवेशियों के लिए चारा-पत्ती काट रही एक महिला झूलो देवी पत्नी रणवीर सिंह राणा (43 वर्ष) पर भालू झपट पड़ा। जिससे महिला घायल हो गई।घायल महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नौंगांव पहुंचाया गया, जहां से उसे भी हायर सेंटर देहरादून रेफर कर दिया गया है।
बताया जा रहा है कि महिला गत दिवस सुबह 08 बजे गांव से 02 किमी. दूर घाण्डा तोक में नित्य की तरह तरह पशु चारा लेने गई थी, तभी वहां झाड़ियों में घात लगाए भालू ने उस पर हमला कर दिया। घायल महिला ने बताया कि भालू से अपना जीवन बचाने के लिए उसने संघर्ष किया, तब भालू ने उसे उठाकर झाड़ी में पटक दिया। उसके चीखने—चिल्लाने पर भालू जंगल की ओर भाग गया। जिसके बाद वह किसी तरह सड़क तक पहुंची और वहां मौजूद एक ग्रामीण को घटना के बारे बताया। सूचना के बाद घटना स्थल पर पहुंचे परिजन महिला को अस्पताल ले कर आए। महिला का कहना है कि क्षेत्र में तीन भालू घूम रहे हैं। हालांकि इस विषय में वन्य जीव विशेषज्ञों का मानना है कि हमला करने वाली यह कोई मादा भालू हो सकती है और जरूर उसके साथ उसके बच्चे भी होंगे। अकसर अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए वन्य जीव काफी हिंसक हो जाते हैं। यदि कोई किसी कारण से उनके बच्चों के नजदीक पहुंच जाये तो वह इंसानों पर भी हमला कर दिया करते हैं।